ममता बनर्जी ने बीजेपी पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी के विधायक बलात्कार के आरोपी होते हैं, और फिर भी भाजपा इस पर चुप्पी साधे रहती है।
पश्चिम बंगाल बलात्कार विरोधी विधेयक: पश्चिम बंगाल विधानसभा में मंगलवार (3 सितंबर 2024) को पेश किए गए नए विधेयक में बलात्कार के दोषियों को फांसी की सजा का प्रावधान किया गया है। इस विधेयक के पेश किए जाने के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बलात्कार के खिलाफ सख्त सजा की आवश्यकता पर जोर दिया और इसे समाज का विष बताया।
ममता बनर्जी ने कहा कि बलात्कार के मामलों में सख्त सजा होनी चाहिए और उन्होंने इस मुद्दे पर अपनी निरंतर चिंता और प्रतिबद्धता को व्यक्त किया। उन्होंने 1981 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा महिलाओं के खिलाफ भेदभाव के उन्मूलन के लिए बनाई गई समिति का भी उल्लेख किया और कहा कि वह नागरिक समाज और छात्रों की सराहना करती हैं, जो महिला सुरक्षा के लिए आवाज उठा रहे हैं।
इसके साथ ही, ममता बनर्जी ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वे फेक न्यूज के माध्यम से हंगामा कर रहे हैं और कहा कि उनके द्वारा पेश किए गए दस्तावेजों और समाचार लेखों में कई फेक न्यूज शामिल हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कोर्ट उनके नियंत्रण में नहीं है और विपक्ष को इस मुद्दे पर उचित जवाब देना चाहिए।
बीजेपी पर जमकर बरसीं ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि पार्टी उन मामलों में चुप रहती है जहां उसके विधायक खुद बलात्कार के आरोपी होते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा इन मामलों पर प्रतिक्रिया क्यों नहीं देती। ममता ने कहा कि इन जगहों पर न केवल न्याय की उम्मीद नहीं होती, बल्कि बलात्कारी पीड़िताओं को भी खत्म कर दिया जाता है। उन्होंने उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बदलापुर, उत्तराखंड, ओडिशा और अन्य स्थानों के उदाहरण दिए, जहां दोषियों को सजा देने के बजाय पीड़िताओं को मौत के घाट उतार दिया गया है। उन्होंने इस प्रकार के न्याय को शर्मनाक बताया।
ममता ने कहा कि बलात्कार मामलों में जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है क्योंकि यह समाज के लिए बेहद हानिकारक है। उन्होंने राजा राममोहन राय और राजीव गांधी के समय में कानूनों की प्रगति का हवाला देते हुए कहा कि जब भारतीय न्याय संहिता पारित की जा रही थी, तब उन्होंने विरोध किया था। ममता ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार राज्य सरकारों और उनकी पुलिस से संवाद किए बिना नए कानून लागू करती है, इसलिए बंगाल की सरकार को सम्मान बनाए रखने के लिए यह विधेयक लाना पड़ा है।
‘जैसा अपशब्द आप मुझे कहते हैं, हम वैसा पीएम के लिए नहीं कहते’
ममता बनर्जी ने बीजेपी नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उनके खिलाफ इस्तेमाल किए गए अपशब्दों के विपरीत, तृणमूल कांग्रेस कभी भी बीजेपी या प्रधानमंत्री के खिलाफ ऐसे शब्दों का उपयोग नहीं करती, क्योंकि वे बंगाल में माताओं और बहनों का सम्मान करती हैं। उन्होंने पूछा कि जब बलात्कारी को फूलों की माला पहनाकर सम्मानित किया जाता है, तो इसका क्या संदेश जाता है, और बीजेपी के शासन में बिलकिस बानो के अपराधियों को माला पहनाकर सम्मानित करने का उदाहरण पेश किया।
ममता ने विनेश फोगाट का उल्लेख करते हुए कहा कि वह भारत के लिए स्वर्ण पदक ला सकती थीं, लेकिन इसके पीछे क्या साजिशें हैं, यह समय ही बताएगा। उन्होंने बीजेपी और सीपीएम के बीच जारी लड़ाई का हवाला देते हुए कहा कि दोनों दल आपस में समझौता नहीं कर पा रहे हैं। ममता ने बीजेपी और विपक्ष के अन्य विधायकों से अपील की कि वे महिलाओं के सम्मान के मुद्दे को गंभीरता से सुनें और समझें।