कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वायनाड राहत कोष में अपनी एक महीने की सैलरी दान की है। उन्होंने अन्य लोगों से भी सहायता के लिए आगे आने का आग्रह किया है।
वायनाड भूस्खलन: केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन से हुई तबाही को याद करना मुश्किल है। वायनाड की बर्बादी की तस्वीरें आज भी लोगों के दिलों में डर पैदा करती हैं। इस प्राकृतिक सौंदर्य से घिरे जिले में प्रकृति ने ऐसी तबाही मचाई कि वह खंडहर में बदल गया। सैकड़ों लोगों की जान गई और कई घायल हो गए।
वायनाड की सहायता के लिए कांग्रेस नेता और वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने पहल की है। राहुल गांधी ने एक महीने का वेतन वायनाड राहत कोष में दान किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी और लोगों से मदद की अपील की।
राहुल गांधी ने अपने पोस्ट में लिखा, “हमारे भाई-बहनों ने वायनाड में एक भयानक त्रासदी का सामना किया है, उन्हें इस भारी नुकसान से उबरने के लिए हमारे समर्थन की आवश्यकता है। मैंने प्रभावित लोगों के लिए राहत और पुनर्वास कार्यों में सहायता के लिए अपना पूरा महीने का वेतन दान कर दिया है। सभी भारतीयों से निवेदन करता हूं कि जितना भी संभव हो, वे मदद करें। हर छोटी सहायता महत्वपूर्ण होती है।”
फंड में योगदान की अपील
राहुल गांधी ने लोगों से वायनाड राहत फंड में योगदान करने की अपील की है। उन्होंने लिखा, “वायनाड हमारे देश का एक सुंदर हिस्सा है, और हम मिलकर उन लोगों की जिंदगी को फिर से संवारने में मदद कर सकते हैं जिन्होंने बहुत कुछ खो दिया है। आप ‘स्टैंड विद वायनाड’ – INC ऐप के जरिए सुरक्षित रूप से INCKerala फंड में योगदान कर सकते हैं।”
क्या बहन प्रियंका के लिए राजनीतिक जमीन तैयार हो रही है?
गौरतलब है कि वायनाड लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को उम्मीदवार बनाया है। मुख्य चुनाव आयुक्त के अनुसार, उपचुनाव की तारीखों की जल्द ही घोषणा की जाएगी। राहुल गांधी ने पिछले लोकसभा चुनाव में रायबरेली और वायनाड दोनों सीटों से जीत दर्ज की थी, लेकिन बाद में उन्होंने वायनाड की सीट छोड़ दी थी। कयास लगाए जा रहे हैं कि राहुल गांधी वायनाड में अपनी बहन प्रियंका गांधी के लिए राजनीतिक आधार मजबूत करने में जुटे हैं।