साल 2018 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान, राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बारे में बयान दिया था।
राहुल गांधी मानहानि मामला: सुल्तानपुर के MP/MLA कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर दर्ज मानहानि केस की सुनवाई के लिए 5 सितंबर की तारीख निर्धारित की है। इस मामले में पिछली सुनवाई 23 अगस्त को नहीं हो पाई थी। राहुल गांधी ने 26 जुलाई को कोर्ट में पेश होकर अपना बयान दर्ज करवाया था।
मामला क्या है?
साल 2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी ने तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बारे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बयान दिया था। इस बयान को भाजपा के पूर्व नेता और कॉपरेटिव के पूर्व चेयरमैन विजय मिश्रा ने आपत्तिजनक मानते हुए अगस्त 2018 में सुल्तानपुर की MP/MLA कोर्ट में रिट दायर की थी। मामले में लगभग पांच साल तक कोई सुनवाई नहीं हुई और तारीखों का सिलसिला चलता रहा। पिछले साल दिसंबर में, तत्कालीन मजिस्ट्रेट योगेश यादव ने राहुल गांधी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था।
राहुल गांधी ने किया था सरेंडर
इस साल फरवरी में राहुल गांधी ने कोर्ट में सरेंडर किया और 25 हजार रुपये के दो मुचलके भरने के बाद उन्हें जमानत मिल गई। कोर्ट ने उन्हें कई बार पेश होकर बयान देने के लिए बुलाया। 26 जुलाई को राहुल गांधी खुद कोर्ट में आए और बयान दर्ज कराया। इस दौरान उन्होंने इस केस को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खुद को निर्दोष बताया।
राहुल गांधी का बयान:
26 जुलाई को पेशी के दौरान राहुल गांधी ने कोर्ट में कहा, “मैं निर्दोष हूं और सभी आरोपों का खंडन करता हूं। मेरे खिलाफ एक राजनीतिक साजिश की गई है और मेरी और मेरी पार्टी की छवि को धूमिल करने के लिए आरोप लगाए गए हैं।”