आरजी कर केस में पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल ने बड़ा कदम उठाते हुए तीन डॉक्टरों को सस्पेंड कर दिया है। इसमें अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को भी शो-कॉज नोटिस जारी किया गया है।
आरजी कर मामला: आरजी कर केस में पश्चिम बंगाल मेडिकल काउंसिल (डब्ल्यूबीएमसी) ने शनिवार, 7 सितंबर, 2024 को बड़ा एक्शन लिया है। डब्ल्यूबीएमसी ने तीन डॉक्टरों, अवीक डे, बीरूपक्ष बिस्वास, और मुस्तफुजुर रहमान को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को शो-कॉज नोटिस भी भेजा गया है।
इससे पहले सोमवार को, पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था। यह कार्रवाई अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं के चलते की गई थी। गिरफ्तार किए गए चार लोगों में संदीप घोष, बिप्लव सिंहा (वेंडर), सुमन हजारा (वेंडर), और अफसर अली (संदीप घोष की अतिरिक्त सुरक्षा) शामिल हैं।
माता पिता पर बनाया दबाव
कोलकाता मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डॉक्टर से बलात्कार और हत्या का मामला उलझता जा रहा है और पश्चिम बंगाल पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। इस मामले में पीड़िता के माता-पिता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उन्हें पैसे की पेशकश की और जबरन वीडियो भी बनाया। पीड़िता के पिता ने यह भी कहा कि उन्होंने अपनी बेटी का शव रखना चाहा था, लेकिन उन पर दबाव डालकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
वीडियो वायरल होने के बाद, भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि टीएमसी के हैकर्स महिला डॉक्टर के परिवार का वीडियो ब्रॉडकास्ट कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने उन्हें पैसे नहीं दिए। हालांकि, माता-पिता के बयान में आरोप लगाया गया है कि उन्हें केस वापस लेने के लिए धमकी दी गई और जबरन वीडियो भी शूट किया गया।