राहुल गांधी के अमेरिका में सिखों पर दिए गए बयान पर बीजेपी नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। बिट्टू ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने बयान से खालिस्तानी अलगाववादियों को प्रोत्साहित करने की कोशिश की है।
राहुल गांधी सिख टिप्पणी: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के अमेरिका दौरे पर दिए गए बयानों को लेकर विवाद गहरा गया है। राहुल गांधी के सिखों पर दिए गए बयान ने देश में राजनीतिक गर्मी बढ़ा दी है, और भारतीय जनता पार्टी के नेता इस मुद्दे को लेकर लगातार राहुल गांधी पर हमला कर रहे हैं।
बीजेपी नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। बिट्टू ने खालिस्तानी तत्वों का जिक्र करते हुए राहुल गांधी पर कई आरोप लगाए हैं। इससे पहले, बीजेपी नेता हरदीप सिंह पुरी ने भी राहुल गांधी के बयान को खतरनाक नैरेटिव बनाने वाला करार दिया था।
‘लगा था पप्पू वाली छवि से बाहर आएंगे’
रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, “जब राहुल गांधी पहली बार नेता प्रतिपक्ष के रूप में विदेश गए थे, तो उम्मीद थी कि वह ‘पप्पू’ वाली छवि से बाहर आ जाएंगे। लेकिन जो बातें उन्होंने वहां कहीं, उससे ऐसा लगता है कि वह अमेरिका और कनाडा में ज्यादा सहज महसूस करते हैं क्योंकि वहां का रहन-सहन उनके जैसा है।” उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी का सिखों पर दिया गया बयान खालिस्तानी अलगाववादियों को बढ़ावा देने वाला है। बिट्टू ने यह भी कहा कि जिस जगह पर राहुल गांधी थे, वहां खालिस्तानी आंदोलन के जरिए पंजाब के सिखों को तोड़ने की कोशिश हो रही है।
बिट्टू ने यह भी आरोप लगाया कि सिखों को भड़काने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा, “ये लोग पहले किसानों को इस्तेमाल कर चुके हैं, जिसमें 700 किसानों की जान गई थी, और अब वे सिखों को देश के खिलाफ काम में लगाना चाहते हैं, जो काम पाकिस्तान और विदेशी ताकतें नहीं कर पाईं। यही कांग्रेस थी, जिसने 1984 के सिख दंगों के दौरान दिल्ली में सिखों को मारे जाने से रोकने के लिए राष्ट्रपति के फोन की तारें काट दी थीं, ताकि सेना को सिखों को बचाने का आदेश न दिया जा सके।”