बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेरिका दौरे के दौरान दिए गए बयानों और उनकी कई लोगों से हुई मुलाकातों पर सवाल उठाए हैं।
निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी पर बोला हमला: राहुल गांधी के अमेरिका में दिए गए बयानों को लेकर देश में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है, और भारतीय जनता पार्टी के नेता लगातार उन पर निशाना साध रहे हैं। अब राहुल गांधी की अमेरिका में कई लोगों से हुई मुलाकातों पर भी सवाल उठने लगे हैं।
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने एक इंटरव्यू में राहुल गांधी पर हमला करते हुए उनकी तुलना सोवियत संघ के आखिरी राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव से की। दुबे ने कहा, “जिस तरह गोर्बाचेव ने सोवियत संघ को खंड-खंड कर दिया, उसी तरह राहुल गांधी देश को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। यही कारण है कि वे देशविरोधी ताकतों से मिल रहे हैं। इलहान उमर वही हैं, जिन्होंने पाकिस्तान के खर्चे पर खालिस्तान बनाने के लिए पीओके का दौरा किया था।” निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी पर देशविरोधी तत्वों के साथ संबंध बनाने का आरोप लगाया है, जिससे विवाद और बढ़ गया है।
निशिकांत दुबे ने किया पोस्ट
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने एक तस्वीर साझा की और लिखा, “लाल घेरे में दिख रही महिला अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता इलहान उमर हैं, जो खालिस्तान और कश्मीर को अलग देश बनाने का समर्थन करती हैं। राहुल गांधी अभी अमेरिका में इसी एजेंडे के लिए समर्थन जुटा रहे हैं।”
दुबे ने X पर एक अन्य पोस्ट में राहुल गांधी की प्रधानमंत्री पर की गई टिप्पणी की आलोचना की और लिखा, “विदेश में प्रधानमंत्री के बारे में वाहियात बातें सिर्फ राहुल गांधी ही कर सकते हैं। गरीब का बेटा प्रधानमंत्री कैसे बना? एक अमीर व्यक्ति गरीबों को हेय दृष्टि से देखता है, यही कांग्रेस की पिछड़े समाज के प्रति सोच का उदाहरण है।”
इसके साथ ही, राहुल गांधी के आरक्षण पर दिए बयान को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “संविधान की रक्षा की बात करने वाले राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा कि उनकी पार्टी तभी आरक्षण खत्म करने पर विचार करेगी, जब परिस्थितियां निष्पक्ष होंगी। यह कांग्रेस के आरक्षण के प्रति पूर्वाग्रह को दर्शाता है।”
राहुल गांधी ने अमेरिका में आरक्षण पर टिप्पणी करते हुए कहा था, “कांग्रेस तभी आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे। फिलहाल भारत में ऐसी स्थिति नहीं है।”