गृह मंत्री अमित शाह ने मोदी सरकार 3.0 के 100 दिन पूरे होने पर वन नेशन-वन इलेक्शन बिल के रहस्य से पर्दा उठाया।
अमित शाह: मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने के अवसर पर गृह मंत्री अमित शाह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उनसे ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ के बारे में सवाल पूछा गया। अमित शाह ने जवाब में कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान ही ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ का बिल लाया जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार अपने इस कार्यकाल में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की व्यवस्था लागू करेगी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके साथ सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव भी उपस्थित थे।
पीएम मोदी ने की थी जोरदार वकालत
पिछले महीने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की जोरदार पैरवी की थी और कहा था कि बार-बार चुनाव होने से देश की प्रगति बाधित हो रही है। उन्होंने लाल किले से अपने संबोधन में कहा था, ‘देश को ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की दिशा में आगे बढ़ना होगा।’ ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ भाजपा के लोकसभा चुनाव घोषणापत्र में किए गए प्रमुख वादों में से एक है।
समिति की सिफारिशें क्या थीं?
पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में गठित एक उच्च स्तरीय समिति ने इस साल मार्च में एक साथ लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव कराने की सिफारिश की थी। इसके साथ ही, समिति ने यह भी सुझाव दिया कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों के 100 दिनों के भीतर स्थानीय निकाय चुनाव भी कराए जाएं। इसके अतिरिक्त, विधि आयोग द्वारा 2029 से लोकसभा, राज्य विधानसभाओं और स्थानीय निकायों (जैसे नगरपालिकाओं और पंचायतों) के लिए एक साथ चुनाव कराने की सिफारिश किए जाने की संभावना है।