डीवीसी के बांध मैथन और पंचेत में स्थित हैं। पाशकुड़ा में बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण करते हुए ममता बनर्जी ने चेतावनी दी कि वह दामोदर वैली कॉर्पोरेशन (डीवीसी) के साथ सभी संबंध समाप्त कर देंगी।
बंगाल की मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी को लिखा पत्र: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 20 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखकर दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के साथ राज्य के सभी संबंध समाप्त करने की बात कही। उन्होंने आरोप लगाया कि डीवीसी ने “एकतरफा पानी छोड़ा,” जिससे दक्षिण बंगाल के जिलों में बाढ़ आ गई।
ममता बनर्जी ने चिट्ठी में बाढ़ से हुई व्यापक तबाही का जिक्र करते हुए तत्काल केंद्रीय फंड जारी करने का अनुरोध किया। उन्होंने लिखा, “राज्य इस समय 2009 के बाद की सबसे बड़ी बाढ़ का सामना कर रहा है, खासकर लोअर दामोदर और आसपास के क्षेत्रों में। मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि आप इस मामले पर गंभीरता से विचार करें और संबंधित मंत्रालयों को बाढ़ प्रबंधन के लिए पर्याप्त केंद्रीय निधियों की मंजूरी और रिलीज का निर्देश दें।”
उन्होंने दावा किया कि डीवीसी द्वारा संचालित मैथन और पंचेत बांधों से करीब 5 लाख क्यूसेक पानी की अनियोजित और एकतरफा रिहाई के कारण यह आपदा उत्पन्न हुई।
बंगाल में बाढ़ के लिए ममता बनर्जी ने केंद्र को जिम्मेदार ठहराया
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) बांधों की उचित सफाई न करने के कारण राज्य के कई जिलों में बाढ़ आ गई है। ममता बनर्जी ने डीवीसी को इस “मानव निर्मित” बाढ़ के लिए जिम्मेदार ठहराया और दावा किया कि राज्य में ऐसी स्थिति पैदा करने के लिए साजिश की गई है।
पश्चिम मेदिनीपुर जिले के पाशकुड़ा में बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करते हुए उन्होंने चेतावनी दी कि अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो राज्य डीवीसी के साथ सभी संबंध समाप्त कर देगा। उन्होंने कहा, “यह प्राकृतिक बारिश का पानी नहीं है, बल्कि डीवीसी द्वारा अपने बांधों से छोड़ा गया पानी है, जिससे यह मानव निर्मित बाढ़ उत्पन्न हुई है। केंद्र सरकार डीवीसी के बांधों की सफाई क्यों नहीं कर रही है, जहां जल भंडारण क्षमता 36 प्रतिशत तक घट गई है। यह एक बड़ी साजिश है, और हम इसके खिलाफ एक बड़ा आंदोलन करेंगे।”
ममता बनर्जी ने दावा किया कि इस साल डीवीसी ने 5.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा है, जिससे बाढ़ की स्थिति और भी गंभीर हो गई है। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया कि राहत सामग्री सुनिश्चित की जाए और सभी प्रभावित लोगों तक पहुंचाई जाए।