पश्चिम बंगाल सरकार ने गुरुवार (19 सितंबर) को डिब्रूगढ़ चेक पोस्ट को सील कर दिया, जिसके चलते झारखंड से एनएच-19 पर बराकर ब्रिज से मैथन तक भारी वाहनों की लंबी कतार लग गई।
ममता बनर्जी पर हिमंत बिस्वा सरमा: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल सरकार की विफलता के कारण वहां के लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, और ममता दीदी अपनी नाराजगी झारखंड के लोगों पर निकाल रही हैं। उन्होंने कहा कि ममता राज्य की सीमा सील कर झारखंड की जनता को सबक सिखाने का प्रयास कर रही हैं, जबकि झारखंड के मुख्यमंत्री इस पर मौन हैं।
सीएम हिमंत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि केंद्र में बीजेपी सरकार ने भी स्पष्ट किया है कि झारखंड की बाढ़ में कोई गलती नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि यह मुद्दा किसी राजनीतिक दल से संबंधित नहीं है, बल्कि झारखंड की जनता के सम्मान की बात है। उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इस मामले में चुप्पी साधी हुई है क्योंकि उनके लिए राजनीति का धर्म राजधर्म से ऊपर है। उन्होंने झारखंड की जनता से सवाल किया कि क्या ऐसी पार्टी को फिर से मौका देना उचित है, जो अपने राज्य की गरिमा की रक्षा नहीं कर पा रही है।
पश्चिम बंगाल ने झारखंड से लगता बार्डर किया सील
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल सरकार ने 19 सितंबर की शाम को डिब्रूगढ़ चेक पोस्ट को सील कर दिया, जिसके कारण झारखंड से एनएच-19 पर बराकर ब्रिज से मैथन तक भारी वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीन दिनों के लिए अंतरराज्यीय सीमा सील करने का आदेश दिया है। ममता ने झारखंड सरकार पर आरोप लगाया कि दामोदर घाटी निगम द्वारा बांध से पानी छोड़ने के कारण राज्य में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई है।
इस बीच, झारखंड के अधिकारी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं और बंगाल सरकार की कार्रवाई से चकित हैं। सरकारी सूत्रों के अनुसार, वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले की जानकारी दे दी गई है, लेकिन अभी तक समाधान नहीं निकल पाया है।