अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा जरूर मिलेगा, लेकिन यह नरेंद्र मोदी की ओर से दिया जाएगा। उन्होंने उमर अब्दुल्ला और राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे कहते हैं कि वे कश्मीर में लोकतंत्र लाएंगे, लेकिन पिछले 70 वर्षों में उन्होंने क्या किया?
अमित शाह का राहुल गांधी पर हमला: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 26 सितंबर 2024 को जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में एक चुनावी जनसभा में कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, “राहुल बाबा कहते हैं कि हम धारा 370 वापस लाएंगे, लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि आपकी तीन पीढ़ियों में इतनी ताकत नहीं है कि इसे वापस ला सकें।”
अमित शाह ने आगे कहा कि मोदी सरकार के तहत न तो पत्थरबाजी हो रही है और न ही आतंकवाद। राहुल गांधी ने हाल ही में कहा कि हम जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देंगे। शाह ने स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा जरूर मिलेगा, लेकिन यह नरेंद्र मोदी की सरकार ही देगी। उन्होंने उमर अब्दुल्ला और राहुल गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन परिवारों ने पिछले 70 वर्षों में जम्मू-कश्मीर को बांटकर रखा। उन्होंने यह भी कहा कि पहले यहां चुनाव होते थे क्या? यह काम हमारे नेता मोदी जी ने किया है, जबकि इन लोगों ने केवल अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए नेताओं को टिकट दिया है।
‘आतंक फैलाने का जवाब फांसी से ही दिया जाएगा’
अमित शाह ने कहा कि उनका हेलीकॉप्टर उधमपुर में नहीं उतर सका, इसलिए वे सड़क मार्ग से आए। उन्होंने ड्राइवर से पूछा कि यात्रा में एक घंटा लगेगा, लेकिन ड्राइवर ने बताया कि अच्छी सड़क के कारण केवल 25 मिनट लगे। शाह ने कहा कि यह सड़क मोदी जी के प्रयासों का परिणाम है।
उन्होंने अफजल गुरु की फांसी का जिक्र करते हुए कहा कि जो आतंक फैलाएगा, उसे फांसी की सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि महाराष्ट्र के मंत्री शिंदे साहब ने कुछ दिन पहले कहा था कि वे लाल चौक आने से डरते थे, लेकिन अब शिंदे साहब को बुलेट प्रूफ गाड़ी की जरूरत नहीं है, और वे परिवार के साथ भी आ सकते हैं।
अमित शाह ने आगे वादा किया कि अगर भाजपा की सरकार आती है, तो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की सालाना किस्त 6 हजार से बढ़ाकर 10 हजार की जाएगी। उन्होंने जम्मू में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और मेट्रो बनाने का भी आश्वासन दिया। इसके अलावा, उन्होंने आतंकवादियों द्वारा नष्ट किए गए 100 मंदिरों का जीर्णोद्धार करने और अग्निवीरों को 100 प्रतिशत नौकरी देने का भी वचन दिया।