आरजी कर मेडिकल अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले में न्याय की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टरों का अनशन शुक्रवार (18 अक्टूबर) को 14 दिन पूरे हो गए हैं।
जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल: पश्चिम बंगाल में आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या के मामले में न्याय की मांग कर रहे आंदोलनकारी डॉक्टरों ने शुक्रवार (18 अक्टूबर) को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं, तो 22 अक्टूबर को राज्य के सभी डॉक्टर हड़ताल पर जाएंगे।
भूख हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों ने बताया कि वे अन्य राज्यों के सहकर्मियों के साथ भी लगातार संपर्क में हैं, जिससे देशव्यापी हड़ताल की संभावना बन सकती है। जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि वे सीनियर डॉक्टरों के साथ मिलकर राज्य सरकार को अपनी मांगों को पूरा करने के लिए 21 अक्टूबर तक का समय दे रहे हैं।
सीएम ममता बनर्जी से बातचीत की मांग करते हुए भूख हड़ताल पर बैठे एक जूनियर डॉक्टर, देबाशीष हलदर ने कहा कि वे चाहते हैं कि ममता बनर्जी चर्चा के लिए समय निकालें और उनकी मांगों को लागू करें। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों को हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि उनके साथी अनिश्चितकालीन अनशन जारी रखे हुए हैं।
अनिश्चितकालीन अनशन के 14 दिन पूरे
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या के मामले में न्याय और कार्य स्थल पर सुरक्षा की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टरों का अनिश्चितकालीन अनशन 14 दिन पूरे हो गया है। हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों में से 6 जूनियर डॉक्टरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस पर डॉक्टर सायंतनी घोष हाजरा ने सवाल उठाते हुए कहा कि अब तक सीएम ममता बनर्जी उनसे मिलने क्यों नहीं आईं, जबकि वह 5 अक्टूबर से अनशन पर हैं।
डॉक्टर देबाशीष हलदर ने बताया कि जूनियर डॉक्टर सोमवार को विभिन्न अस्पतालों में प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि प्रदर्शनकारी डॉक्टर रविवार को एक बड़ी रैली आयोजित करेंगे और इसमें स्थानीय लोगों को शामिल होने की अपील की है। यह रैली उनकी मांगों को प्रमुखता से उठाने के लिए आयोजित की जा रही है।