सुरक्षा एजेंसियों को यह चिंता है कि जैसे-जैसे जांच का कार्य आगे बढ़ेगा, वैसे-वैसे और भी फर्जी प्रोफाइल सामने आ सकते हैं। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, सुरक्षा एजेंसियों ने एयरलाइन ऑपरेटर्स को सतर्क रहने का आग्रह किया है।
उड़ानों में बम की धमकी: पिछले कुछ दिनों से भारत में फ्लाइट में बम होने की अफवाहें तेजी से फैल रही हैं। एयरलाइन सुरक्षा के खतरे को लेकर सुरक्षा एजेंसियां उन अकाउंट्स की पहचान में जुटी हैं, जिनसे फर्जी धमकियां आ रही हैं। सूत्रों के अनुसार, एयरलाइंस को मिल रही लगातार धमकी कॉल्स के संबंध में कम से कम 11 फर्जी यूजर प्रोफाइल की पहचान की गई है और उन्हें चिह्नित किया गया है।
सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं क्योंकि इन अफवाहों से तनाव बढ़ रहा है और फ्लाइट ऑपरेशंस प्रभावित हो रहे हैं। फर्जी संदेश मुख्य रूप से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर आ रहे हैं। जांचकर्ताओं को आशंका है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, और भी फर्जी प्रोफाइल सामने आ सकती हैं। सुरक्षा एजेंसियां इन संदेशों के स्रोत का पता लगाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ निरंतर संवाद कर रही हैं और जानकारी एकत्रित कर रही हैं।
यरलाइन ऑपरेटर्स से सतर्क रहने को कहा गया
केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने एयरलाइन ऑपरेटर्स से सतर्क रहने का अनुरोध किया है। अधिकारियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा में सोशल मीडिया पर सतर्कता की महत्ता पर जोर दिया है। इन एजेंसियों को डिजिटल खतरों के बढ़ने की आशंका से चिंता है। सोमवार रात (21 अक्टूबर 2024) से मंगलवार (22 अक्टूबर 2024) के बीच भारत में 79 फ्लाइट्स को बम की धमकी मिली है, जिसमें केवल 22 अक्टूबर को ही 43 विमानों को धमकियां मिलीं।
पिछले 7 दिनों में एयरलाइंस को लगभग 90 बम की धमकियां मिल चुकी हैं, जिससे उन्हें करीब 427 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। किसी भी विमान को धमकी मिलने पर उसे तुरंत लैंड कर उसकी गहन जांच की जाती है, जिसके लिए दो से तीन करोड़ रुपये तक का खर्च आता है। हालाँकि, लगातार धमकियों के बावजूद त्योहारों के कारण यात्रियों की संख्या में कोई गिरावट नहीं देखी गई है।
धमकी कॉल्स की स्रोतों की बात करें तो एयरपोर्ट्स पर बम थ्रेट असेसमेंट टीम (बीटीएसी) तैनात की गई है। सूत्रों के अनुसार, 90 फीसदी थ्रेट कॉल्स विदेशों से आई हैं, जबकि देश से केवल 10 फीसदी कॉल्स आई हैं। विदेशों से आने वाली थ्रेट कॉल्स की जांच गृह मंत्रालय की साइबर विंग कर रही है, और सुरक्षा एजेंसियों के साथ स्थानीय पुलिस को भी अलर्ट किया गया है।