भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव को कम करने के लिए सैनिकों की वापसी और गश्त से संबंधित एक समझौता किया गया है। इसके तहत, 31 अक्टूबर 2024 तक LAC पर पेट्रोलिंग शुरू की जाएगी।
भारत चीन सीमा समाचार: भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में डेमचोक और डेपसांग मैदानी क्षेत्रों से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जो 28-29 अक्टूबर तक पूरी होने की संभावना है। हाल ही में दोनों देशों के बीच एक समझौता हुआ था, जिसमें वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास से सैनिकों की वापसी और गश्त को लेकर सहमति बनी थी। यह चार साल से चल रहे गतिरोध को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
LAC पर पेट्रोलिंग का शुभारंभ
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, सैनिकों की वापसी प्रक्रिया पूरी होने के बाद, दोनों टकराव बिंदुओं पर गश्त शुरू होगी और दोनों पक्ष अस्थायी ढांचों को नष्ट कर देंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 31 अक्टूबर 2024 तक LAC पर पेट्रोलिंग भी शुरू कर दी जाएगी।
अरुणाचल के इस क्षेत्र में होगी पेट्रोलिंग
भारत और चीन के बीच की सीमा संघर्ष केवल लद्दाख तक सीमित नहीं है; बल्कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले का यांग्त्से क्षेत्र भी दोनों देशों के लिए विवाद का कारण रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हाल ही में हुई पेट्रोलिंग के लिए आपसी सहमति में तवांग का यांग्त्से क्षेत्र भी शामिल है, और चीन के सैनिकों को इस क्षेत्र में गश्त करने की अनुमति दी जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 23 अक्टूबर 2024 को रूस के कजान में ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान अपनी द्विपक्षीय बातचीत में पूर्वी लद्दाख में एलएसी के पास से सैनिकों की वापसी और गश्त के संबंध में हुए समझौते का समर्थन किया था। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने द्विपक्षीय बैठक के बाद कजान में बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति स्थापित होने से भारत-चीन संबंधों के सामान्य होने का मार्ग प्रशस्त होगा।