इंडियन रेलवे ने देश में पहली बार खाने की गुणवत्ता को सुधारने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल शुरू किया है। यह प्रणाली रेलवे के 297 किचनों में लागू की गई है।
रेलवे रसोई में एआई-आधारित कैमरे: देश में पहली बार रेलवे ने खाने की गुणवत्ता को सुधारने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल शुरू किया है। रेलवे ने अपने 297 किचनों में यात्रियों के खाने की गुणवत्ता और हाइजीन बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया है।
कैसे होती है निगरानी?
IRCTC के सीएमडी संजय कुमार जैन ने एबीपी न्यूज को बताया कि AI सिस्टम के माध्यम से अगर किसी कर्मचारी ने बिना किचन कैप या बिना दस्ताने के किचन में प्रवेश किया, तो उसके इंचार्ज को ऑटोमेटेड तरीके से शिकायत पहुंच जाएगी। इसके अलावा, किसी भी लापरवाही की रिपोर्ट भी AI द्वारा तुरंत की जाती है।
रेलवे किचन को लेकर किस तरह की शिकायतें आती हैं?
देशभर में रेलवे के 800 से ज्यादा किचनों में चूहों और कॉकरोचों की शिकायतें आम हैं। इसके साथ ही कर्मचारियों के दस्ताने या किचन कैप पहनने में लापरवाही की भी शिकायतें मिलती हैं। हालांकि, रेलवे इन नियमों को लेकर सख्त है, और रसोई की मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का पालन सुनिश्चित करने के लिए AI का इस्तेमाल किया जा रहा है।
दिल्ली स्थित वॉर रूम से देश भर के किचन पर रहती है नजर
IRCTC के प्रवक्ता आनंद झा ने एबीपी न्यूज को बताया कि AI के उपयोग के लिए सबसे पहले IRCTC के दिल्ली स्थित मुख्यालय में एक वॉर रूम स्थापित किया गया है। इस वॉर रूम में कई बड़ी स्क्रीनें लगाई गई हैं, जिनमें एक साथ 12, 24 या 48 किचन को रियल टाइम में देखा जा सकता है। इन स्क्रीनों के जरिए देश भर के 297 किचनों को लाइव कनेक्ट किया गया है, जिससे IRCTC के कर्मचारी दिन-रात यह देख सकते हैं कि रसोई घरों में क्या चल रहा है।
AI भेजता है शिकायती टिकट
किचनों में शिकायत दर्ज करने के लिए फोन करना मुश्किल था, इसलिए AI का उपयोग किया गया है। जैसे ही AI किसी किचन में चूहा देखता है, वह संबंधित किचन को शिकायत का एक टिकट भेज देता है। इस शिकायती टिकट में शिकायत का समय, तारीख और अन्य सभी विवरण शामिल होते हैं। इसी तरह, यदि किसी किचन में कॉकरोच नजर आता है, तो भी AI तुरंत शिकायत दर्ज करता है।
झाड़ू, पोंछा और डीप क्लिनिंग पर रहती है AI की नजर
यही नहीं, यदि किसी किचन में झाड़ू तो लगाई गई है लेकिन पोंछा नहीं लगाया गया, तब भी AI शिकायत का टिकट भेज देता है। अगर निर्धारित समय पर झाड़ू-पोंछा नहीं किया गया या डीप क्लीनिंग नहीं हुई, तो AI अपनी नाराजगी व्यक्त करता है। नियम के अनुसार, संबंधित रसोई इंचार्ज को इस शिकायत का समाधान करना होता है और लापरवाही के लिए हेडक्वार्टर को जवाब देना पड़ता है।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बेस किचन की पड़ताल
दिल्ली में IRCTC के सबसे बड़े किचन, जिसे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का बेस किचन कहा जाता है, में फिलहाल खाना नहीं बन रहा है, लेकिन इसका AI सिस्टम सक्रिय है। पहले, इस किचन में 18 ट्रेनों के लिए 1600 लोगों का खाना तैयार होता था, लेकिन अब इसे ट्रेनिंग सेंटर में बदल दिया जा रहा है। यहां CCTV के नाइट विजन कैमरे भी लगाए गए हैं, जिसमें एक ही जगह पर चार कैमरे और एक हॉल में आठ से दस कैमरे शामिल हैं। कर्मचारियों ने एबीपी न्यूज को दिखाया कि कैसे यहां शिकायती टिकट भेजे गए हैं।