कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता के बाद विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। इसी दौरान ट्रेनी डॉक्टर की प्रतिमा भी क्षतिग्रस्त हो गई है।
कोलकाता डॉक्टर मामला: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में अगस्त महीने में बलात्कार के बाद हत्या की शिकार हुई प्रशिक्षु डॉक्टर की प्रतिमा स्थापित की गई थी। इस बीच, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रविवार (11 नवंबर) को कॉलेज में उस डॉक्टर की मूर्ति को तोड़कर टुकड़ों में फेंक दिया गया।
यह मूर्ति “द्रोहो गैलरी” में रखी गई थी, जो जूनियर डॉक्टरों द्वारा न्याय की मांग के प्रतीक के रूप में बनाई गई थी। गैलरी में दो मूर्तियां रखी गई थीं—एक डॉक्टर की वर्दी पहने व्यक्ति की और दूसरी साड़ी पहने व्यक्ति की।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, गैलरी में रखी मूर्ति रविवार की सुबह जूनियर डॉक्टरों को जमीन पर पड़ी मिली, जिसका चेहरा कुचला हुआ था। डॉक्टर इस बात को लेकर अनिश्चित थे कि यह दुर्घटना थी या जानबूझकर तोड़फोड़ की गई थी। जानकारी के अनुसार, पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है और बाकी मूर्ति को गैलरी से हटा दिया गया है।
आरोपी के खिलाफ आज से शुरू हो रहा है मुकदमा
इस मामले में मुख्य आरोपी संजय रॉय के खिलाफ मुकदमा आज, 11 नवंबर से शुरू होने वाला है। उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 64, 66 और 103 (हत्या के लिए दंड) के तहत आरोप लगाए गए हैं।
9 अगस्त को हुई इस घटना के बाद से जूनियर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है। उनकी प्रमुख मांगें हैं कि मामले में न्याय मिले, सरकार घटना की जिम्मेदारी ले, और उनकी अन्य मांगों को स्वीकार किया जाए, जिनमें सुरक्षा बढ़ाना, कुछ अधिकारियों को पद से हटाना और राज्य के अस्पतालों की जांच शामिल हैं।
वहीं, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन की आलोचना की है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि इसमें अन्य राजनीतिक ताकतें भी शामिल हैं, और डॉक्टरों से यह अपील की कि उन्हें अपने पेशे को विरोध प्रदर्शन से पहले प्राथमिकता देनी चाहिए।