आपकी जानकारी के अनुसार, भारतीय कुश्ती संध के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए गए हैं और इस मामले में दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
पहलवानों का विरोध: भारतीय कुश्ती संध के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोपों का विवरण पूछने पर, भाजपा सांसद ने किसी भी बयान करने से इंकार कर दिया। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और हमें, आपको और सभी को दिल्ली पुलिस की जांच का प्रतीक्षा करनी चाहिए।
देश के तीन प्रमुख पहलवानों, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, और विनेश फोगाट ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष के खिलाफ 6 पहलवानों के यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। इनमें से एक पहलवान नाबालिग है, इसलिए पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ पॉक्सो समेत कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।
‘…तो अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किए गए सांसद?’
एएनआई समाचार एजेंसी के अनुसार, दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया है कि बृजभूषण सिंह शरण को अभी तक दो कारणों के चलते पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है। अभी तक पुलिस के पास बृजभूषण को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं। पॉक्सो की धारा जिस पर उनका आरोप है, उसमें सात साल से कम सजा का प्रावधान है, इसलिए पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार नहीं किया है। उनके साथी सांसद ने पीड़ितों से किसी भी तरह का संपर्क नहीं किया और सबूतों को नष्ट करने की कोई कोशिश नहीं की है।
हालांकि, दिल्ली पुलिस ने इसके बाद एक आधिकारिक ट्वीट करके इस संबंध में यह दावा किया था कि वे इन मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन करते हैं, जो कह रही थीं कि दिल्ली पुलिस इस मामले को आने वाले 15 दिनों में बंद कर देगी और अब तक सांसद के खिलाफ यौन शोषण के मामले में कोई सबूत नहीं मिले हैं। पुलिस ने कहा कि यह खबरें पूरी तरह से भ्रामक हैं और उनकी संवेदनशील जांच पर असर डालेंगी। हालांकि, बाद में पुलिस ने इस ट्वीट को हटा दिया था।
पूरे मामले पर क्या बोले खेल मंत्री अनुराग ठाकुर?
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों से अपील की है कि वे खेलों की महत्वपूर्णता को कम न करने वाले कोई भी कदम न उठाएं। उन्होंने पहलवानों से आरोपों के संबंध में चल रही जांच पर भरोसा दिखाने की भी अपील की है। उन्होंने कहा कि वह सभी खेल और खिलाड़ियों के पक्ष में हैं और इसके लिए उन्हें निष्पक्ष जांच की आवश्यकता है, ताकि दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।