केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने अपने बयान में कहा है कि उन्हें राहुल गांधी के बयान को सब हल्के में लेने का तरीका पसंद है और उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। यह बयान उनकी अपनी नजरिया प्रकट करता है और उनके दृष्टिकोण का प्रतिसाद है।
यूपी समाचार: केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल ने अपने बयान में राहुल गांधी को उपहासपूर्ण ताने में कहा है कि उन्हें उनसे प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है और वे राहुल गांधी को सब हल्के में लेते हैं और इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए।
वे अपने बयान में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (Indian National Congress) के नेता राहुल गांधी के विरोध में ममता बनर्जी, नवीन पटनायक, जगन मोहन रेड्डी सहित अन्य राजनीतिक दलों के महागठबंधन की ओर इशारा करते हैं। उन्होंने कहा कि यह महागठबंधन उत्तर भारत में शून्य है, लेकिन वे खुद पूरे भारत में मौजूद हैं। इससे उनका तात्पर्य यह है कि वे अपने और अपने पार्टी के द्वारा भारत के विभिन्न हिस्सों में बहुमुखी आपातकालीन गतिविधियों को दर्ज करने की क्षमता रखते हैं।
विरोधियों का दिया जवाब
राज्य मंत्री सत्यपाल, जिन्हें एसपी सिंह बघेल के नाम से भी जाना जाता है, ने सरकार की उपलब्धियों की व्यापक रूप से प्रशंसा की। घंटे भर के अपने भाषण के दौरान मंत्री बघेल विपक्षी दलों की भी आलोचना करते रहे। उन्होंने उल्लेख किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दुर्भाग्य से देश के लिए एक नकारात्मक माहौल बनाया था, जैसा कि उन्होंने अपनी संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा के दौरान किया था। मंत्री ने कहा कि हमें राहुल गांधी से सत्यापन लेने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी पहले ही एक वैश्विक नेता बन चुके हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में COVID स्थिति के प्रबंधन के लिए पीएम मोदी की प्रशंसा की है। यहां तक कि अमेरिका में भी लोग पीएम मोदी के साथ सेल्फी लेने के लिए दौड़ पड़े और पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने हवाई अड्डे पर व्यक्तिगत रूप से उनका स्वागत किया और अत्यंत सम्मान दिखाते हुए उनके पैर छूए।
राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए, ऐसा केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल ने अमेरिका में उनके मुस्लिम समुदाय पर दिए बयान के संदर्भ में कहा है. उन्होंने कांग्रेस में राहुल गांधी के परिवार के सदस्यों को इसका जिक्र करते हुए बताया है कि यही लोग भारत में 60 सालों तक शासन करते रहे हैं और मुस्लिम और दलित समुदायों का वोट उनके लिए महत्वपूर्ण था। उनके समय में सच्चर कमेटी ने एक रिपोर्ट जारी की थी जिसमें कहा गया था कि दलितों के साथ अन्याय हुआ है, और इसी तरह मुस्लिम समुदाय के साथ भी अनुचित व्यवहार किया गया था, इसलिए कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।