श्रीलंका टीम की तरफ से अफगानिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में मथीशा पथिराना को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना डेब्यू करने का मौका मिला। पथिराना ने इस IPL सीजन में 19 विकेट ले लिए थे।
मथीशा पथिराना इंटरनेशनल डेब्यू: श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच 2 जून से 3 मैचों की वनडे सीरीज़ का आगाज़ हुआ है। सीरीज़ के पहले वनडे मैच में मथीशा पथिराना को अपना डेब्यू मैच खेलने का मौका मिला है, जो कि श्रीलंका टीम के हिस्से में हैं। पथिराना ने आईपीएल के 16वें सीज़न में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) टीम के साथ खेलते हुए बेहतरीन गेंदबाजी की थी।
मथीशा पथिराना को बेबी मलिंगा के नाम से भी पहचाना जाता है। उन्हें आईपीएल के 16वें सीज़न में चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से 12 मैचों में खेलने का मौका मिला। पथिराना ने करीब 50 ओवरों की गेंदबाजी में 19.53 के औसत से कुल 19 विकेट हासिल किए। धोनी ने उन्हें 10 ओवरों का खेल खत्म होने के बाद ही गेंदबाजी में लाते थे और अंतिम 5 ओवरों में पथिराना को गेंदेबाजी करते देखा गया है।
हालांकि मथीशा पथिराना को श्रीलंका टीम से डेब्यू का मौका मिला है, लेकिन उन्हें लंबे समय तक संभालकर रखने के लिए श्रीलंका क्रिकेट को उनपर विशेष ध्यान देना होगा। धोनी ने पहले ही इस बात पर विचार किया है और श्रीलंका क्रिकेट को सतर्क किया है। वे मानते हैं कि पथिराना को सिर्फ वनडे और टी20 फॉर्मेट में ही खिलाने पर ध्यान देना चाहिए।
श्रीलंका क्रिकेट के लिए, पथिराना को संघर्ष करने और उनकी क्रिकेट करियर को सही ढंग से विकसित करने का महत्वपूर्ण काम होगा। उनकी क्षमता और प्रदर्शन पर ध्यान देकर उन्हें सही समय पर मौका देना चाहिए ताकि वे अपनी पूरी पोटेंशियल को निखार सकें। अगर पथिराना को उच्चतम स्तर पर प्रशिक्षित किया जाता है और उन्हें सही मार्गदर्शन मिलता है, तो वे श्रीलंका के लिए महत्वपूर्ण गेंदबाज बन सकते हैं।
श्रीलंका के लिए अहम वनडे सीरीज
श्रीलंका को वनडे वर्ल्ड कप में क्वालीफाई करने के लिए क्वालीफायर राउंड में अच्छा प्रदर्शन करने की आवश्यकता है। इसके लिए उन्हें जिम्बाब्वे में आयोजित होने वाले 3 मैचों की वनडे सीरीज में बेहतर प्रदर्शन करने का प्रयास करना होगा। यह सीरीज उनके लिए महत्वपूर्ण होगी क्योंकि यह उनके क्वालीफायर से पहले अंतिम अवसर होगा अपनी तैयारी को मजबूत करने का।
श्रीलंका की टीम को यह समझना होगा कि क्वालीफायर राउंड में कठिन मुकाबलों का सामना करना होगा, जहां वे अन्य मजबूत टीमों के सामने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने की आवश्यकता होगी। अच्छे प्रदर्शन करके, वे खुद को आगे बढ़ाने के लिए स्थानांतरित कर सकते हैं और वनडे वर्ल्ड कप में भारत में अपनी भूमिका को मजबूत बना सकते हैं। श्रीलंका को सभी मैचों में संगठित, प्रभावी और विश्वसनीय क्रिकेट दिखाने की जरूरत होगी ताकि वे अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें।