बालासोर, ओडिशा में हुए रेल हादसे में 207 लोगों की मौत हो गई है और 900 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। इस परिस्थिति में, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और केंद्र सरकार ने एकमात्र प्राथमिकता के रूप में लोगों की सुरक्षा और बचाव को लिया है।
ओडिशा ट्रेन दुर्घटना: शुक्रवार (2 जून) को ओडिशा के बालासोर में एक बड़ा रेल हादसा हुआ है, जिसमें कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। यह हादसा तब हुआ था, जब कोरोमंडल एक्सप्रेस कोलकाता के नजदीक शालीमार स्टेशन से चेन्नई सेंट्रल की ओर जा रही थी और शाम करीब सात बजकर 20 मिनट पर बाहानगा बाजार स्टेशन पर था। रेस्क्यू टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया है कि वह ओडिशा सरकार के संपर्क में हैं।
शुक्रवार (2 जून) को हुए बालासोर रेल हादसे के बारे में एक न्यूज एजेंसी और ओडिशा के चीफ सेक्रेटरी प्रदीप जेना ने बताया है कि इस हादसे में कई डिब्बे पटरी से उतर गए थे और उनमें से कुछ डिब्बे एक दूसरे से टकरा गए थे। इस टक्कर के बाद एक मालगाड़ी भी इस दुर्घटना में शामिल हो गई थी। इस हादसे में 207 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 900 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। घायल यात्रियों को सोरो और गोपालपुर सीएचसी में शिफ्ट किया गया है और उन्हें उच्च स्तरीय देखभाल और इलाज के लिए रेफर किया जा रहा है। इसके अलावा, बड़ी संख्या में घायलों के लिए एंबुलेंस के साथ बसों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
ओडिशा के चीफ सेक्रेटरी प्रदीप जेना ने बताया है कि हादसे के घटनास्थल पर एनडीआरएफ (National Disaster Response Force) और एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) की टीमें मौजूद हैं और करीब 600 से 700 बचावकर्मी काम कर रहे हैं। इस बचाव अभियान का काम पूरी रात चलेगा। बालासोर में मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में सभी इंतजामात कर दिए गए हैं।
इसके साथ ही, प्रदीप जेना ने बताया कि उन्हें इस वक्त जानकारी मिली है कि कितने लोगों की मौत हो गई है, लेकिन उन्हें अभी तक यह जानकारी आधिकारिक तौर पर नहीं बता सकते। मृतकों की पहचान करने की प्रक्रिया चल रही है और पूरी प्रक्रिया के बाद हमें इसकी जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता उन लोगों को बचाने की है जो फंसे हुए हैं। इसी बात को केंद्र सरकार और पश्चिम बंगाल भी मान्यता दे रहे हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया है कि वह ओडिशा सरकार और दक्षिण पूर्व रेलवे के संपर्क में हैं और उन्होंने आपातकालीन नियंत्रण कक्ष को तुरंत सक्रिय कर दिया है। इसका नंबर 033-22143526/22535185 है। सभी बचाव के प्रयासों को शुरू कर दिया गया है। वह ओडिशा सरकार और रेलवे अधिकारियों के साथ सहयोग करने और बचाव कार्यों में मदद के लिए 5-6 सदस्यों की एक टीम को मौके पर भेज रही हैं। वह व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रही है।
इसके अलावा, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने विशेष राहत आयुक्त सत्यव्रत साहू और राजस्व मंत्री प्रमिला मलिक को दुर्घटनास्थल पर जाने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने बताया है कि ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) की चार टुकड़ियां, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की तीन टुकड़ियां और 60 एंबुलेंस घायलों को बचाने के काम में जुटी हैं। पटनायक स्पेशल रिलीफ कमिशनर कंट्रोल रूम पहुंचे हैं। पटनायक ने बताया है कि वे स्थिति का जायजा ले रहे हैं और शनिवार (3 जून) की सुबह घटनास्थल पर जाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि इस दुखद घड़ी में उनकी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और उन्होंने घायल लोगों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात करके स्थिति का जांच करने को कहा है। बचाव कार्य दुर्घटनास्थल पर जारी है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जा रही है। उनके निर्देशानुसार, वैष्णव तत्परता से घटनास्थल पर रवाना हुए हैं।
भारतीय रेलवे ने बताया है कि मदद के लिए निम्नलिखित नंबरों पर संपर्क किया जा सकता है: +91 6782 262 286, 8972073925, 9332392339, 8249591559, 7978418322, और 9903370746। रेलवे ने कहा है कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में लोग इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।
इस रेल हादसे के कारण कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और कई ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया है। इसमें सत्नागाची चेन्नई सेंट्रल एक्सप्रेस (22807) और दीघा से विशाखापट्नम (22873) की जैसी कई रेलें शामिल हैं।
ओडिशा रेल हादसे के संबंध में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मुआवजे की घोषणा की है। उन्होंने बताया है कि जिन परिवारों ने इस हादसे में किसी की मौत का सामना किया है, उन्हें दस लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा और गंभीर रूप से घायल होने वालों को दो लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने इसके अलावा मामूली चोटों वाले लोगों को 50 हजार रुपये की मुआवजा घोषणा की है।