पीटीआई दावा कर रही है कि परवेज इलाही की फिर से गिरफ्तारी को साजिश माना जाना चाहिए। उनका दावा है कि परवेज इलाही को पार्टी छोड़ने के लिए दबाव डाला जा रहा है।
परवेज इलाही: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष और पंजाब प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री परवेज इलाही को उनकी रिहाई के तुरंत बाद फिर से गिरफ्तार किया गया है। उन्हें लाहौर की एक जिला अदालत के बाहर फिर से गिरफ्तार किया गया है। भ्रष्टाचार रोधी प्रतिष्ठान (एसीई) पंजाब ने गुजरांवाला में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में केस दर्ज करवाया है। इलाही को गुजरांवाला ले जाया जा रहा है, जहां उन्हें शनिवार (03 जून) को भ्रष्टाचार निरोधक अदालत में पेश किया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक, इलाही के खिलाफ गुजरांवाला और गुजरात में अरबों रुपये के भ्रष्टाचार के दो मामले दर्ज हैं।
पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा : PTI
परवेज इलाही को फिर से हिरासत में लिये जाने पर पीटीआई ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। पीटीआई का दावा है कि इलाही को पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है और उनके खिलाफ फर्जी मामले दर्ज किए जा रहे हैं। इससे पहले भी इलाही को भ्रष्टाचार निरोधक प्रतिष्ठान (एसीई) के अधिकारियों ने गुरुवार को उनके आवास के पास से गिरफ्तार किया था। फिर शुक्रवार को लाहौर की जिला अदालत ने इलाही को बरी कर दिया था।
इलाही के खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं
इलाही की गिरफ्तारी के मामले में कोर्ट ने माना कि पुख्ता सबूत नहीं होने के कारण उन्हें तत्काल रिहा करने का फैसला किया है। कोर्ट ने बताया कि पहले जांच और पूछताछ की जरूरत होती है जब किसी व्यक्ति के खिलाफ आरोप लगाया जाता है। पीटीआई नेता इस मामले में किसी अन्य अपराध में शामिल नहीं हैं। हालांकि, कोर्ट ने यह भी बताया कि जांच एजेंसी को सबूत मिलने के बाद पुनः उन्हें गिरफ्तार कर सकती है।
पहले इलाही की गिरफ्तारी की वीडियो को पीटीआई ने सोशल मीडिया पर साझा किया था। पार्टी ने उस वीडियो के साथ ट्वीट करते हुए लिखा था कि देखिए कैसे फासीवाद हावी हो रहा है? महंगाई 38% तक पहुंच गई है, लेकिन सरकार पूर्व पंजाब मुख्यमंत्री परवेज इलाही को गिरफ्तार कर रही है। इसे हास्यास्पद माना जा सकता है।