संजीवनी घोटाले के मामले में, मुख्यमंत्री ने बताया है कि इस घोटाले ने दो-ढाई लाख परिवारों को नुकसान पहुंचाया है. वे यह भी बता चुके हैं कि इस घोटाले में केंद्रीय मंत्री का नाम अभियुक्त के रूप में शामिल है, फिर भी वह मंत्री पद पर बना हुआ है और आज भी गर्व से घूम रहे हैं.
राजस्थान चुनाव 2023: शुक्रवार को बाड़मेर दौरे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उपस्थित थे। वहां उन्होंने पचपदरा रिफाइनरी की समीक्षा बैठक में की। इसके बाद उन्होंने जिला मुख्यालय में स्थित आदर्श स्टेडियम में आयोजित महंगाई राहत कैंप के तहत एक सभा को संबोधित किया। उन्होंने इस मौके पर केंद्र सरकार को आलोचना की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर में कहा था कि राजस्थान जैसी योजनाएं अन्य राज्यों में लागू होने पर देश दिवालिया हो जाएगा। उन्होंने पीएम मोदी को ध्यान में रखते हुए कहा कि प्रधानमंत्रीजी, आपके मंत्रियों के दिमाग अब दिवालिए हो गए हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम लेकर उनपर हमला किया।
क्या कहा है सीएम अशोक गहलोत
मुख्यमंत्री गहलोत ने संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव घोटाले के मामले में आरोप उठाए हैं और कहा है कि इस घोटाले में दो से ढाई लाख परिवारों को बर्बाद कर दिया गया है। उन्होंने इस घोटाले में केंद्रीय मंत्री का नाम अभियुक्त के रूप में उठाया है। इसके बावजूद उन्होंने कहा है कि यह मंत्री अभी भी अपनी मंत्री पद पर हैं और हाई कोर्ट से जमानत ले रहे हैं। उन्होंने कहा है कि वे नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देंगे या फिर प्रधानमंत्री से यह प्रश्न करेंगे कि वे क्या कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया है कि बाड़मेर-जैसलमेर के सबसे ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और लाखों रुपये के गरीब लोग इस घोटाले में डूब गए हैं। उन्होंने कहा है कि जब वह मजदूर, श्रमिक और गरीब लोगों को देखते हैं, तो उनकी भावुकता जगती है। उन्होंने अपनी आवाज़ को गजेंद्र सिंह पर किया है और कहा है कि क्या गरीब की आवाज़ उठाना मानहानि है। उन्होंने दावा किया है कि ऐसे मंत्रियों ने इथोपिया में प्रॉपर्टी खरीदी है और फार्म हाउस बनाए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से मांग की है कि वे जनता के रुपये वापस करें। गहलोत ने कहा है कि प्रधानमंत्री बहुत जिद्दी आदमी हैं और यह जिद्द सकारात्मक होनी चाहिए।
क्या आरोप लगाए थे पीएम नरेंद्र मोदी ने
प्रधानमंत्री मोदी ने 31 मई को अजमेर में आयोजित रैली में राजस्थान सरकार के गारंटी कार्ड अभियान को लेकर ताना मारा था। उन्होंने इसके संबंध में कहा था कि यह अभियान राजस्थान के किसानों और युवाओं को ही लाभ पहुंचाने वाला है। उन्होंने दावा किया था कि ये लोग गारंटी को दस दिनों में पूरा कर सकते हैं। कांग्रेस पार्टी ने इस बात को लेकर कहा था कि जो वादा किया गया है, वह पूरा नहीं किया गया है। उन्होंने इस अभियान की गारंटियां ऐसी मानी हैं जिनके अमल में लाने पर राज्य और देश को नुकसान हो सकता है।