उत्तर प्रदेश के आगरा में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शनिवार को टिफिन बैठक करेंगे। इसके बाद इस टिफिन बैठक का आयोजन राज्य के विभिन्न स्थानों पर होगा।
यूपी समाचार: भाजपा के महासंपर्क अभियान के साथ-साथ टिफिन बैठक आयोजित की जाएगी लोकसभा सीटों पर। इस अभियान की शुरुआत आगरा से होगी जहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शनिवार को मौजूद रहेंगे। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी इस बैठक में शामिल होंगे। यह माना जा रहा है कि टिफिन बैठक के माध्यम से पार्टी नाराज पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को मनाने का प्रयास करेगी। सपा द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि यह टिफिन बैठक बीजेपी की केवल नौटंकी है।
2024 के लोकसभा चुनाव के दृष्टिकोण से उत्तर प्रदेश बीजेपी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पार्टी ने इसके लिए एक महीने की महासंपर्क अभियान शुरू की है जिसमें यूपी को 21 क्लस्टर में विभाजित किया गया है। प्रत्येक क्लस्टर की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री, सांसद या अन्य राज्यों के पार्टी के विधायकों या मंत्रियों को सौंपी गई है। इस महासंपर्क अभियान में टिफिन बैठक भी शामिल की जा रही है, जो नई उपाय के रूप में देखी जा रही है।
क्या है मकसद?
वास्तव में, टिफिन बैठक का उद्देश्य है कि पार्टी के सांसद, मंत्रियों और पदाधिकारियों को एक साथ बैठाकर चर्चा करना और उनके साथ टिफिन के दौरान मुद्दों को हल करना। इस बैठक की शुरुआत जेपी नड्डा, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, द्वारा आगरा में 3 जून को की जाएगी। इसमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी शामिल रहेंगे। यह बात मान्यता प्राप्त हो रही है कि टिफिन बैठक के माध्यम से इन पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की आपसी असंतोष को दूर किया जा सकेगा। हालांकि, टिफिन बैठक के माध्यम से पार्टी का उद्देश्य है कि इसे सबसे ऊपरी स्तर के नेताओं और सबसे निचली संगठनात्मक इकाइयों के बीच सामंजस्य स्थापित किया जाए।
आगरा के बाद टिफिन बैठकें जल्द ही उत्तर प्रदेश के विभिन्न लोकसभा सीटों पर शुरू हो सकती हैं। इसके बावजूद, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने पहले ही पार्टी कार्यकर्ताओं को टिफिन बैठकों के बारे में निर्देश दिए थे। लेकिन, जब महासंपर्क अभियान 30 जून तक चलने की योजना बनाई गई है, तो टिफिन बैठकों का भी कार्यक्रम जल्दी ही प्रदेश के विभिन्न सीटों पर आयोजित हो सकता है। सपा पक्ष के अनुसार, यह टिफिन बैठकें बीजेपी की चुनावी नौटंकी हैं। सपा के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य दावा कर रहे हैं कि इसका उद्देश्य कुछ और नहीं है, बल्कि यह बीजेपी की नौटंकी है।