केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि एक प्रक्रिया के तहत सभी डिब्बे हटा दिए गए हैं ताकि शवों को घटनास्थल से निकाला जा सके। वर्तमान में घटनास्थल पर तेजी से काम चल रहा है। इस प्रकार के कार्य करने में संलग्न कर्मचारियों को सलामी दी जाती है जो इस मामले को समर्पितता के साथ संभाल रहे हैं।
कोरोमंडल ट्रेन दुर्घटना पर अश्विनी वैष्णव: ओडिशा में हुए रेल हादसे की जांच के लिए सीबीआई की तय की गई है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को बताया कि दो लाइनों में पटरी की मरम्मत काम कर दिया गया है और इसके बाद रेलवे बोर्ड ने इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की है। उन्होंने बताया कि ट्रैक से जुड़े काम पूरा हो चुका है और ओवरहेड वायरिंग का काम जारी है। वह बताते हैं कि अस्पतालों में मरीजों का इलाज हो रहा है और सभी लोगों ने मिलकर रेस्क्यू का काम किया है। उन्होंने यह भी बताया कि इस हादसे में मृत्यु हुई लोगों के परिवार से संपर्क की कोशिश की जा रही है। इसके पहले उन्होंने श्रीराम चंद्र भंज मेडिकल कॉलेज का दौरा किया था, जहां उनके साथ केंद्रीय स्वास्थ्य-परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी थे।
डॉक्टरों और कर्मचारियों का किया धन्यवाद
उन्होंने भर्ती मरीजों से बातचीत की और चिकित्सकों के साथ परिस्थिति पर चर्चा भी की। अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भद्रक के सरकारी अस्पताल में करीब-करीब सभी मरीजों के परिवार से बातचीत हो चुकी है और उन्होंने भद्रक मेडिकल के सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि हमें सामान्य स्थिति को जल्द से जल्द स्थापित करना है और रेलवे ने मुफ्त ट्रेनें चलाई हैं। मृत्यु की संख्या 270 से भी अधिक हो गई है।
“जिम्मेदार लोगों की पहचान की”
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दुर्घटनास्थल पर चल रहे मरम्मत कार्य की भी निरीक्षण की। उन्होंने बताया कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है और हादसे के कारण का पता लगा दिया गया है। उन्होंने इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली है। यह दुर्घटना इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण हुई है। उन्होंने इसके लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी बात कही।