पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ओडिशा के बालासोर में हुए भयानक रेल हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के आंकड़े पर सवाल उठाया है।
कोरोमंडल ट्रेन दुर्घटना: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ओडिशा के बालासोर में हुए दर्दनाक रेल हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या के संबंध में ताजा बयान दिया है। उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से केंद्र और ओडिशा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मृत्यु की लिस्ट बढ़ रही है जबकि दूसरी तरफ उनके पास घट रही है।
ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने रविवार (4 जून) को बताया कि हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या 288 नहीं, बल्कि 275 है। उन्होंने संख्या में हुई तब्दीली के कारण को भी संदर्भित किया है। मुख्य सचिव ने बताया कि यह आंकड़ा जिला प्रशासनिक अधिकारी (डीएम) के द्वारा जांचा गया था और कुछ शवों को दो बार गिन लिया गया था।
क्या कहा CM ममता बनर्जी ने?
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बाद में सीएम के तौर पर बयान देते हुए कहा कि उनके पास मृत्यु की लिस्ट बढ़ रही है, जबकि पश्चिम बंगाल में 162 लोगों की मौत हो गई है और अभी तक पूरी लिस्ट नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि कई ऐसे लोग भी यात्रा करते हैं जिन्हें लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है और 182 शवों की पहचान अभी तक नहीं की जा सकी है।
मुख्यमंत्री बनर्जी ने अपने आगे कहे में बताया कि वह कल बालासोर गई थी और वहां पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे। उन्होंने कई सवाल उठाए, जैसे कि चोट लगने वालों का संबंधित इलाज नहीं हो रहा है और उन्हें एक कमरे में पंखे के बिना छोड़ दिया गया है। उन्होंने विस्तार से पूछा कि एंटी कॉलिशन डिवाइस क्यों नहीं थी और केंद्र सरकार काम कम और बातें ज्यादा करती है। उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार ने 150 एंबुलेंस, 50 डॉक्टर और नर्सेज़ भेजे थे और ओडिशा सरकार के साथ कोऑर्डिनेशन करके काम किया गया।
CM ममता ने गिनाए अपने काम, केंद्र पर साधा निशाना
सीएम ममता ने बताया कि जब वह रेल मंत्री थी, तब एक्सीडेंट के बाद परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाती थी और मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग को खत्म करवाया गया। उन्होंने एंटी कॉलिशन डिवाइस की स्थापना की थी ताकि रेलगाड़ियों के हादसे कम हों। उन्होंने कहा कि इसमें वर्तमान सरकार का कोई योगदान नहीं है, बल्कि इसने तिलांजलि दे दी रेल की।
पश्चिम बंगाल की सीएम ने बताया कि उन्होंने दुरंतो ट्रेन की शुरुआत की है और वंदेभारत ट्रेन पर सवाल उठाया। सीएम ममता ने कहा कि वंदेभारत शुरू की गई है, लेकिन यदि एक पेड़ गिर जाता है तो आगे का हिस्सा टूट जाता है। उन्होंने कहा कि वे यह जानने की सलाह देती हैं कि क्या इस ट्रेन के लिए उचित इंजन है।
सीएम ममता ने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा हादसे में जान गंवाने वाले राज्य के लोगों के परिजनों को 5 लाख रुपये, गंभीर चोट वालों को 1 लाख रुपये और हल्की चोट वालों को 25 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
बीजेपी नेता के ट्वीट पर CM ममता का पलटवार
बीजेपी अध्यक्ष अमित मालवीय ने रविवार (4 जून) को क्या ट्वीट किया और नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहते रेल हादसों के आंकड़े मुहैया कराए. इसके जवाब में केएम ममता ने कहा, ‘नीतीश, लालू और मेरे समय में कितने लोग मारे गए, इसकी एक विस्तृत सूची वाला संदेश मुझे मिला?’ क्या इन लोगों ने कभी सोचा है कि मैं अपने जमाने में रेलवे से कितना प्यार करता था? आधुनिकीकरण किया है? सारी जानकारी गलत है।