अब राजस्थान में पेपर लीक मामले में केंद्रीय एजेंसी द्वारा जांच शुरू की गई है। पहले इस मामले की जांच एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा हो रही थी। इस बीच, ईडी (आयकर विभाग) की छापेमारी से राजस्थान के मुख्यमंत्री आशोक गहलोत नाराज नजर आ रहे हैं।
पेपर लीक मामले में ईडी का छापा: राजस्थान में रीट परीक्षा के पेपर लीक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को कार्रवाई की है। इस कार्रवाई के तहत जयपुर, बाड़मेर, डूंगरपुर और सांचौर में छापेमारी की गई है। यह छापेमारी सिर्फ रीट परीक्षा तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इसके अलावा छह और परीक्षाओं के पेपर लीक संबंधी मामलों में भी छापेमारी हो सकती है। राजस्थान सब इंस्पेक्टर परीक्षा (RAS), जेईएन, वीडीओ भर्ती परीक्षा, कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा, जूनियर और कमर्शियल असिस्टेंट भर्ती परीक्षा की जांच भी ED द्वारा की जा रही है और आवश्यकता पड़ने पर छापेमारी भी हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार, राजस्थान के सांचौर शहर में रहने वाले सुरेश ढाका का नाम मुख्य रूप से इस मामले के संबंध में आ रहा है। उन्हें “मास्टर माइंड” के रूप में जाना जाता है और उनका राजस्थान के राजनेताओं और अधिकारियों के साथ संबंध है। सुरेश ढाका की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। इस बीच, जब रेड के दौरान सुरेश ढाका के पिता ने खुद को एक अलमारी में बंद कर लिया, तो यह घटना नाटकीय रूप ले ली गई। अलमारी में बंद होने के कारण उनकी तबीयत खराब हो गई और पुलिस ने पहले उन्हें गिरफ्तार किया और फिर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जांच टीम में ही मौजूद था भेदिया, ईडी को अब उसकी तलाश
प्रवर्तन निदेशालय की नजर एक एसओजी (Superintendent of Police) के एक अधिकारी पर भी है जो जांच टीम का हिस्सा था। यह अधिकारी एसओजी की जांच टीम की गतिविधियों की जानकारी सुरेश ढाका के साथ शेयर कर रहा था। ईडी को ढाका और इस अधिकारी के बीच कनेक्शन के सबूत मिले हैं और उसने ढाका को फरार होने में भी मदद की थी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में पेपर लीक करने वालों को चेतावनी देते हुए कहा था कि राज्य में कठोर कानून लागू किए गए हैं और पेपर लीक करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि, वह ईडी की रेड से नाराज नजर आए हैं। उन्होंने पूछा कि जब एसीबी (Anti-Corruption Bureau) जांच कर रही है तो केंद्रीय एजेंसी क्यों दखल दे रही हैं।