प्रमोद तिवारी ने बीजेपी को संघ की सलाह पर आपत्ति व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी के लिए कड़वी सच्चाई को स्वीकार करना मुश्किल हो रहा है, लेकिन संघ को यह समझ में आ गया है।
यूपी राजनीति: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की बीजेपी (BJP) को नसीहत पर विपक्षी पार्टियों ने चुटकी लेना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी का कहना है कि संघ ने मोदी सरकार और बीजेपी के भविष्य को पहले से ही समझ लिया है। संघ ने 2024 के चुनाव की तस्वीर के आधार पर बीजेपी को नसीहत दी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि पहली बार संघ ने मोदी के नेतृत्व और अमित शाह के प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि बीजेपी ने पिछले कुछ वर्षों में एक भी बड़ा वादा पूरा नहीं किया है और सरकार ने हर मुद्दे पर विफल हो दिखाई है।
BJP को संघ की नसीहत पर कांग्रेस ने ली चुटकी
कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों के नतीजे लोकसभा चुनाव में भी महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। बीजेपी को कड़वी सच्चाई स्वीकार करना मुश्किल लग रहा है, लेकिन संघ को बात समझ आ गई है। प्रमुख नेताओं के करप्शन के दावों के साथ-साथ संघ की टिप्पणी से भी बीजेपी के करप्शन पर सवाल उठ रहे हैं। भ्रष्टाचार थानों से लेकर तहसीलों तक फैल रहा है। संघ के मुखपत्र ऑर्गनाइजर ने कहा है, “बीजेपी को आत्ममंथन की आवश्यकता है। पार्टी का मजबूत आधार और क्षेत्रीय नेतृत्व के बिना चुनाव जीतना आसान नहीं है।”
सीपी राय के फैसले का स्वागत है-प्रमोद तिवारी
प्रमोद तिवारी ने सीपी राय के कांग्रेस में शामिल होने का स्वागत किया है और उनका मत है कि बीजेपी के विपक्ष में कांग्रेस ही विकल्प है। पिछले कुछ वर्षों से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति ठीक नहीं रही है, लेकिन सीपी राय जैसे लोग कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी को मजबूती प्रदान कर सकते हैं। आने वाले दिनों में अन्य पार्टियों के नेता भी कांग्रेस के संग जुड़ सकते हैं।