छत्तीसगढ़ में मानसून एक सप्ताह की देरी से आ सकता है। रायपुर में मौसम विभाग ने इस देरी के लिए चक्रवाती गतिविधि को जिम्मेदार ठहराया है, जो मानसून की शुरुआत को बाधित कर सकती है। नतीजतन, इस देरी से भूजल स्तर भी प्रभावित हो सकता है।
मौसम की रिपोर्ट: छत्तीसगढ़ में हर साल बस्तर में मानसून की आमद प्रायः 10 जून के आसपास होती थी, लेकिन इस वर्ष इसकी आमद एक सप्ताह से ज्यादा देरी से हो रही है। इस देरी के कारण केरल में 1 से 4 जून के बीच मानसून की आगमन की पूर्वानुमाना गलत हो गई और 8 जून को केरल में मानसून आगमन हुआ है, जो की निर्धारित समय से काफी आगे है। अब हम आपको बता रहे हैं कि छत्तीसगढ़ में मानसून की आगमन की संभावित तिथि क्या हो सकती है।
मानसून निर्धारित समय से एक सप्ताह देर
वास्तव में, पूरे देश में बेहद तापमान बढ़ने (गर्मी) के कारण लोग परेशानी महसूस कर रहे हैं और मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस वर्ष, लोगों को मानसून की देरी का सामना करना पड़ रहा है। इसी प्रकार, छत्तीसगढ़ में जून महीने में तापमान 45 डिग्री के आसपास है। इसका मतलब है कि लोगों को जाहिर हो रही अत्यधिक गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। इस देरी के कारण किसानों की चिंता भी बढ़ गई है, क्योंकि मानसून की देरी से फसलों पर प्रभाव पड़ सकता है।
क्यों हो रही मानसून की Entry में देरी?
आधारभूत रूप से, रायपुर मौसम विभाग के वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने ABP Live को बताया है कि वर्तमान में एक साइक्लोन (साइक्लोन बिपोर्जॉय) अरब सागर में बना हुआ है, और उसकी शुरुआत लक्षद्वीप के पास से हुई थी। इसके कारण पश्चिमी हवा निम्न दाब के आसपास केंद्रित हो गई है। इसलिए पश्चिमी हवा की प्रबलता और गहराई नहीं बना पा रही थी और केरल में आवश्यक वर्षा नहीं हो पाई। साथ ही, उन्होंने मानसून की देरी के बारे में बताया है कि मानसून में 1 सप्ताह की देरी हुई है। इसके कारण खेती और किसानी पर कोई विशेष परिवर्तन नहीं होगा, लेकिन जलस्तर में बदलाव जरूर आएगा। उन्होंने यह भी कहा है कि आने वाले समय में मानसूनी बारिश के दिनों की संख्या और मात्रा पर भूजल स्तर और खेती किसानी को देखना होगा।
छत्तीसगढ़ में एक सप्ताह की देरी से पहुंचेगा मानसून!
जानकारी के अनुसार, मौसम विभाग द्वारा मानसून की प्रतीक्षित अनुमानित तिथि की घोषणा की गई है। इसमें छत्तीसगढ़ में 15 जून को मानसून की आरंभिक संभावना दर्शाई गई है। हालांकि, केरल में एक सप्ताह की देरी के कारण मानसून की प्रवेश दर्शाई गई है। इसलिए, यह माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में भी मानसून की आरंभिक दस्तक निर्धारित समय से एक सप्ताह की देरी में हो सकती है। अगर ऐसा होता है, तो छत्तीसगढ़ में मानसून की प्रवेश तिथि 18 जून के आसपास तक हो सकती है। इसके एक सप्ताह बाद राज्य के अधिकांश क्षेत्र में मानसून की सक्रियता की उम्मीद है।