डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया है कि जुलाई महीने से जजपा लोकसभा वाइज जलसे शुरू होने की योजना बन रही है। इसका नेतृत्व पार्टी के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला करेंगे।
हरियाणा राजनीति: हरियाणा में बीजेपी-जजपा गठबंधन नेताओं के बीच चल रही तनातनी का अंत नहीं हुआ है। आज डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला झज्जर में पहुंचे और बीजेपी प्रभारी बिप्लब देव को जवाब दिया कि किसी ने किसी पर अहसान नहीं किया। इससे पहले गठबंधन से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दिल्ली निवास पर दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच चर्चा के बाद सहमति बनी थी, जिसके बाद गठबंधन पर एक सहमति हस्ताक्षर हुआ था।
वास्तविकता यह है कि दुष्यंत चौटाला बेरी हलके के गांव दुजाना में एक सभा को संबोधित करने पहुंचे थे। वहां उन्होंने मीडिया के साथ बातचीत के दौरान कांग्रेस पर भी निशाना साधा। जब उन्हें राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा द्वारा सरकार को किसानों, जवानों, पहलवानों और कर्मचारियों के खिलाफ विरोध करने का आरोप लगाया गया, तो दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हमारी सरकार ने कांग्रेस की तरह प्राइवेट सेक्टर में कर्मचारियों पर लाठियां नहीं बरसाईं और न ही किसी शिक्षक पर गोली चलवाई गई।
2024 चुनाव की तैयारियों पर बोले डिप्टी सीएम
डिप्टी सीएम ने सरकारी नीतियों की प्रशंसा करते हुए यह कहा कि महिलाएं ने समूहों की स्थापना करके रोजगार के अवसर पैदा किए हैं, जो अत्यंत प्रशंसनीय है। साल 2024 के चुनाव की तैयारियों के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए, चौटाला ने बताया कि उनकी पार्टी पूरी तैयारी के साथ चुनावों के लिए तैयार है। संगठन का काम सभी दस लोकसभा सीटों पर पूरा हो चुका है। उन्होंने इसके आगे बताया कि जुलाई महीने से जजपा लोकसभा वाइज जलसे की शुरुआत होगी, और इसकी कमान पार्टी के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय सिंह चौटाला के हाथ में होगी।
विकास कार्यों की आधार शिला रखी
आज ही डिप्टी सीएम ने गांव जहांगीरपुर में विकास कार्यों की आधारशिला रखी। उन्होंने यहां घोषणा की कि जिले की सड़कों को 121 करोड़ रुपये की लागत से जल्द ही सुधारा जाएगा। उन्होंने बताया कि 47 सड़कों का पुनर्निर्माण और चौड़ाईकरण कार्य शुरू किया गया है और इसे जल्द ही प्रगति मिलेगी। इस अवसर पर डिप्टी सीएम ने सूरजमुखी फसल की खरीद के संबंध में सरकार की स्थिति को भी स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि सूरजमुखी उगाने वाले किसानों को सरकार हजार रुपये प्रति बीघा का भावांतर देने का निर्णय लिया है।