कुरुक्षेत्र में किसानों की महापंचायत में पहलवान बजरंग पूनिया ने भी भाग लिया और एमएसपी (महासचिवीय निविदा समिति) की मांग पर खिलाड़ियों का समर्थन किया।
किसान विरोध: हरियाणा में किसानों द्वारा फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग के साथ एक किसान आंदोलन चल रहा है। आज, सोमवार (12 जून), कुरुक्षेत्र में किसानों ने महापंचायत आयोजित की है, जिसमें भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत भी शामिल हुए हैं। राकेश टिकैत ने किसानों के खिलाफ लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा है कि यहां एमएसपी (मार्केटिंग समिति) की गारंटी की मांग के लिए पूरे देश में आंदोलन होना चाहिए। उन्होंने पहलवानों के आंदोलन को भी ध्यान में रखकर अपने आगामी कदमों पर चर्चा की।
राकेश टिकैत ने इस मीटिंग पर सभी की नजरें होने की बात कही है। इसका सवाल देशभर की फसलों के एमएसपी के लिए है। जिस प्रकार की हादसा (लाठीचार्ज) यहां हुई है, वह गलत है। एमएसपी की मांग करने वाले किसानों पर लाठी चलाई गई है। उन्होंने मीडिया पर किसान नेताओं के खिलाफ दोषारोपण किया है। टिकैत ने मांग की है कि गिरफ्तार किसानों को रिहा कर दिया जाए।
पहलवानों के मुद्दे पर टिकैत ने कही ये बात
किसान नेता ने रेसलर्स के आंदोलन के संबंध में यह कहा है कि पहलवानों ने 15 जून तक का समय दिया है और निर्णय खेल कमेटी को लेना होगा। उन्होंने सरकार के कर्मकांडों को रोकने की पूरी कोशिश कर रही है। उन्होंने बताया कि पहलवानों जो निर्णय लेंगे, उनके साथ वे हैं। अगली घोषणा उन्होंने हरिद्वार में पहलवानों के साथ करने की बात कही है।
बजरंग पूनिया भी पहुंचे
बजरंग पूनिया ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के मामले में लड़ाई लड़ते हुए और मोदी सरकार को घेरते हुए भी किसानों का समर्थन दिया है। महापंचायत में उन्होंने खुद भी हिस्सा लिया और सरकार से फसलों के न्यूनतम मूल्य के मुद्दे पर अपील की। उन्होंने लखीमपुर खीरी में हुई किसानों की मौत के मुद्दे को भी उठाया और सवाल किया कि अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई है उस केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के खिलाफ। वे बता रहे हैं कि वे बृजभूषण के खिलाफ अभी भी लड़ रहे हैं।