शुक्रवार को प्रयागराज में आयोजित बीजेपी की जीत के समर्थन में बुलाई गई बैठक में भगदड़ मच गया। वहां, लोगों ने नारेबाजी की गतिविधियों में भाग लिया, और यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
लोकसभा चुनाव 2024: शुक्रवार को प्रयागराज की संगम नगरी में बीजेपी की जीत की बधाई के मौके पर बुलाई गई बैठक में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों ने नगर पंचायत के अध्यक्ष और स्थानीय विधायक के खिलाफ प्रतिवाद प्रकट किया, जिसके दौरान उन्होंने नारेबाजी की। लोगों ने उनके कार्यकाल पर सवाल उठाए और अपने विरोध को जताया। बैठक के दौरान हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और इस पर लोगों की विभिन्न प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। हालांकि, स्थानीय विधायक वाचस्पति ने इन आरोपों को खारिज किया है और उन्हें गलत बताया है।
यह घटना प्रयागराज के यमुना नगर इलाके की शंकरगढ़ नगर पंचायत से संबंधित है। नगर पंचायत की अध्यक्ष पार्वती कोटार्य ने तीन महीने पहले ही बीजेपी में शामिलता प्राप्त की थी। शंकरगढ़ नगर पंचायत बारा विधानसभा क्षेत्र से संबंधित है और यहां से बीजेपी के विधायक हैं। विधायक और नगर पंचायत के अध्यक्ष की साझेदारी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को जीताने के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।
बैठक में लोगों ने नारेबाजी व हंगामा किया
विधायक और नगर पंचायत के अध्यक्ष के पति, और उनके प्रतिनिधि छेदीलाल ने शुक्रवार को नगर पंचायत में बैठक बुलाई जहां कस्बे के व्यापारियों और स्थानीय लोगों को बुलाया गया। बैठक में समस्याओं की सुनवाई की बजाय वोट मांगने पर लोगों का गुस्सा फूटा। स्थानीय लोगों ने पेयजल की समस्या को उठाया, लेकिन कोई ठोस आश्वासन न मिलने पर लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया और हंगामा मचाया।
हंगामा इतना बढ़ गया कि पुलिस को बुलाना पड़ा। पुलिस ने मामले को शांत कराने के लिए कार्रवाई की। हंगामे और विरोधी नारेबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि विधायक वाचस्पति का कहना है कि कुछ लोगों ने पानी की समस्या को उठाया, लेकिन उनके खिलाफ नहीं था। इस बारे में लोग दुष्प्रचार कर रहे हैं।