बीजेपी नेता रामदुलार गौड़ की विधानसभा सदस्यता सोनभद्र की दु्द्धी सीट से रद्द कर दी गई है। इसके परिणामस्वरूप, यूपी चुनाव आयोग जल्द ही इस सीट पर उपचुनाव का ऐलान कर सकता है।
यूपी उपचुनाव समाचार: उत्तर प्रदेश में अब दो विधानसभा सीटों पर बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच मुकाबला हो सकता है। हाल के दिनों में नाबालिग से दुष्कर्म मामले में सजा होने के बाद सोनभद्र की दुद्धी विधानसभा सीट से बीजेपी के विधायक रामदुलार गौड़ की सदस्यता रद्द कर दी गई है, जिससे यह सीट रिक्त हो गई है। साथ ही, लखनऊ पूर्व की सीट भी खाली है, जिस पर पहले बीजेपी विधायक आशुतोष टंडन थे, जिनका निधन हो गया है। चुनाव आयोग जल्दी ही इन सीटों पर उपचुनाव का ऐलान कर सकता है।
रामदुलार गौड़ की सदस्यता रद्द होने के बाद इस सीट के लिए कई उम्मीदवारों का आगाज़ हो रहा है। वहीं, बीजेपी विधायक आशुतोष टंडन के निधन के बाद से लखनऊ पूर्व की सीट भी खाली है। इसके परिणामस्वरूप, चुनाव आयोग शीघ्र ही इन दोनों सीटों पर उपचुनाव करवाने की संभावना है। इससे फिर से सपा और बीजेपी के बीच राजनीतिक प्रतिस्पर्धा हो सकती है।
इन दो सीटों पर होगा उपचुनाव
दुद्धी और लखनऊ पूर्व इन दोनों सीटों पर पहले से ही बीजेपी का कब्जा था। इन सीटों पर अब बीजेपी और सपा, दोनों दलों में कई उम्मीदवार भी अपनी-अपनी दावेदारी में जुट गए हैं। इन नेताओं ने अब से ही टिकट प्राप्त करने के लिए अपने पैसे खर्च करना शुरू कर दिया है। नियमों के अनुसार, यदि किसी विधायक या सांसद की मौत या किसी अन्य कारणों से सदस्यता रद्द होती है, तो चुनाव आयोग को छह महीने के भीतर उपचुनाव कराना होता है।
सोनभद्र की दुद्धी सीट से बीजेपी विधायक रामदुलार गौड़ को नाबालिग से रेप केस में सजा मिलने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई है। कोर्ट ने रामदुलार गौड़ को 25 साल की कैद और 10 लाख का जुर्माना देने का फैसला किया है। इसके पश्चात उन्हें न्यायिक निगरानी में भेज दिया गया है। रामदुलार गौड़ के खिलाफ पॉस्को और रेप का मुकदमा साल 2014 से चल रहा था।