दाऊद इब्राहिम और लॉरेंस बिश्नोई के प्रिंट वाली टी-शर्ट ई-कॉमर्स साइट पर बेचने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सख्त कदम उठाते हुए संबंधित विक्रेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की है।
फेमा मामले में ईडी की छापेमारी: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत जांच के सिलसिले में अमेजन, फ्लिपकार्ट और अली एक्सप्रेस जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के विक्रेताओं के परिसरों पर गुरुवार, 7 नवंबर को छापेमारी की। यह छापेमारी दिल्ली, गुरुग्राम (हरियाणा), हैदराबाद (तेलंगाना), और बेंगलुरु (कर्नाटक) में की गई।
सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई का उद्देश्य उन “प्रमुख” विक्रेताओं के वित्तीय लेनदेन की जांच करना है जो इन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपना व्यवसाय करते हैं। ईडी का यह ऑपरेशन दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु में विक्रेताओं के ठिकानों पर चल रहा है, और इसमें अमेजन, फ्लिपकार्ट, मीशो जैसे प्लेटफॉर्म से जुड़े विक्रेताओं की जांच शामिल है।
महाराष्ट्र में साइबर क्राइम के तहत मामला हुआ दर्ज
महाराष्ट्र साइबर विभाग ने दाऊद इब्राहिम और लॉरेंस बिश्नोई की तस्वीरों वाली टी-शर्ट बेचने के मामले में फ्लिपकार्ट, अली एक्सप्रेस, टी शॉपर, और Etsy जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों और विक्रेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने बताया कि इन प्लेटफार्मों पर ऐसे उत्पाद बेचे जा रहे थे जो अपराधियों की छवि को महिमामंडित करते हैं, जिससे समाज में गलत संदेश जा सकता है और युवाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
पुलिस के अनुसार, आपराधिक जीवनशैली को बढ़ावा देने वाली सामग्री समाज के मूल्यों को कमजोर करती है और युवाओं में गलत प्रवृत्तियों को जन्म दे सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए, इन ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों और विक्रेताओं के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, 2023 की धारा 192, 196, 353, 3 और आईटी अधिनियम, 2000 की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया गया है।