राहुल गांधी पुंछ में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे सिर्फ नफरत फैला रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि नफरत का मुकाबला नफरत से नहीं, बल्कि मोहब्बत से किया जाना चाहिए।
जम्मू कश्मीर चुनाव 2024: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पुंछ में जनसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने मोदी सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मविश्वास से भरे होकर बोलते थे, लेकिन इंडिया गठबंधन ने उनकी सोच को बदल दिया है। राहुल ने कहा कि मोदी अब वैसे नहीं रहे जैसे पहले थे, और यह बदलाव इंडिया गठबंधन और देश की जनता का परिणाम है। उन्होंने लोकसभा में प्रधानमंत्री के बदलते चेहरे का भी जिक्र किया।
इसके साथ ही, राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिलाने का वादा किया। उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार स्टेटहुड वापस नहीं देती, तो उनकी गारंटी है कि कांग्रेस इसे बहाल करेगी। उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में पहले कभी किसी राज्य को केंद्रशासित प्रदेश में नहीं बदला गया था, और यह भाजपा सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर के अधिकारों को छीनने का पहला मामला है। राहुल गांधी ने उम्मीद जताई कि जल्द ही जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा मिलेगा और यह काम चुनाव से पहले ही हो जाना चाहिए था, लेकिन भाजपा ने ऐसा नहीं किया।
बीजेपी के लोग सिर्फ नफरत फैलाते हैं- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि जहां भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के नेता जाते हैं, वे सिर्फ नफरत फैलाते हैं। लेकिन नफरत का जवाब नफरत से नहीं, बल्कि मोहब्बत से दिया जाता है। उन्होंने कहा कि नफरत को केवल मोहब्बत ही मिटा सकती है, और यही आपका इतिहास और संस्कृति है। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि जहां-जहां भाजपा ने नफरत का बाजार खड़ा किया, वहां कांग्रेस ने मोहब्बत की दुकान खोली है।
रायबरेली से सांसद राहुल गांधी ने भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि इस सरकार में छोटे व्यापारियों के लिए रोजगार नहीं हैं, और यही वजह है कि जम्मू-कश्मीर में युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही। उन्होंने इसे नरेंद्र मोदी की नीतियों का नतीजा बताया और कहा कि यह उनकी राजनीति का हिस्सा है। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री सिर्फ “मन की बात” करते हैं, लेकिन असल मुद्दों पर बात करने में सक्षम नहीं हैं। उनका यह भी दावा था कि उनके “मन की बात” को सुनने वाला अब कोई नहीं है।