NEET परीक्षा को लेकर विवाद 4 जून, 2024 को परिणाम घोषित होने के बाद शुरू हुआ। पहली बार नतीजों में 67 छात्रों ने नंबर वन रैंक हासिल की, जिससे विवाद शुरू हो गया। बाद में अनियमितताएं सामने आईं।
नीट पेपर लीक नवीनतम समाचार: नीट पेपर लीक का मास्टरमाइंड अमित आनंद अब पुलिस की गिरफ्त में है. उसने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल करते हुए खुलासा किया कि परीक्षा से एक दिन पहले पेपर लीक हो गया था. इसके अतिरिक्त, उसने कई अन्य पेपर भी लीक करने की बात स्वीकार की।
अमित ने यह भी खुलासा किया कि एक प्रश्न पत्र का सौदा 30-32 लाख रुपये में हुआ था. जब पुलिस ने उसके घर पर छापा मारा तो जले हुए कागजात और उत्तर पुस्तिकाएं मिलीं। पूछताछ के दौरान अमित ने कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दी। आइए आपको बताते हैं कि 5 मई से 18 जून तक इस पूरे मामले में क्या-क्या हुआ।
जानिए मामले में कब क्या हुआ
- 5 मई 2024 – नीट परीक्षा का आयोजन
- 6 मई 2024 – NTA का नोटिस, पेपर लीक नहीं हुआ.
- 8 मई 2024 – पेपर लीक करने के आरोप में बिहार, राजस्थान और दिल्ली से कई गिरफ्तार हुए.
- 17 मई 2024 – सुप्रीम कोर्ट में नीट एग्जाम के रिजल्ट रोकने को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने नतीजों पर रोक लगाने से इनकार कर दिया.
- 1 जून 2024 – पेपर लीक को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक और याचिका डाली गई.
- 4 जून 2024 – एनटीए ने 4 जून को नीट का रिजल्ट घोषित किया. 67 छात्रों ने नंबर-1 की रैंक हासिल की.
- 8 जून 2024 – पहली बार 67 बच्चों के नंबर-1 पर आने के बाद एक निजी कोचिंग सेंटर ने इस पर सवाल उठाए.
- 9 जून 2024 – NTA की तरफ से दिए गए ग्रेस मार्क के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ममें एक याचिका दायर की गई.
- 11 जून 2024 – सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई 8 जुलाई तक के लिए टाली.
- 13 जून 2024 – 1563 छात्रों के री-एग्जाम का एलान किया गया.
- 16 जून 2024 – दो आरोपियों ने पेपर लीक करने को लेकर अपना गुनाह कबूला और सारी जानकारी दी.
- 16 जून 2024 – शिक्षा मंत्री ने माना कि नीट पेपर के आयोजन में गड़बड़ी हुई है.
- 18 जून 2024 – बिहार में पेपर लीक पर मंत्री का कनेक्शन सामने आया.
- 18 जून 2024 – इस मामले में NTA की लापरवाही को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उसे जमकर फटकार लगाई.
- 18 जून 2024 – अब तक इस मामले में 18 गिरफ्तार हो चुके हैं. इसमें से 13 आरोपी बिहार से तो 5 आरोपी गुजरात के गोधरा से गिरफ्तार हुए हैं.
क्या है मंत्री और तेजस्वी कनेक्शन
इस मामले में मंत्री तेजस्वी का नाम अचानक सामने आने से इनके कनेक्शन को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है. बताया जाता है कि लोक निर्माण विभाग ने सिकंदर कुमार के लिए एक कमरा बुक कराया था. बताया जा रहा है कि तेजस्वी के निजी सहायक ने एनएचएआई गेस्ट हाउस में सिकंदर कुमार के लिए इस कमरे की व्यवस्था की थी. यह भी अफवाह है कि सिकंदर रांची जेल में लालू यादव की देखरेख में काम करता था.