नीट पेपर लीक कांड मामले को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि उन्होंने NTA को क्लीन चिट देने में जल्दबाजी कर दी।
नीट यूजी 2024: नीट पेपर लीक कांड मामले पर सुप्रीम कोर्ट लगातार सुनवाई कर रही है। इस बीच, पकड़े गए आरोपी हर दिन नए खुलासे कर रहे हैं। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस मामले पर बड़ा बयान दिया है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने माना है कि उन्होंने NTA को क्लीन चिट देने में जल्दबाजी कर दी। उन्होंने कहा, “जैसे ही मुझे इस बारे में जानकारी हुई, हम पूरी तरह से सक्रिय हो गए।”
NTA को क्लीन चिट देने पर कही यह बात
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने हाल ही में आज तक को एक इंटरव्यू दिया था। इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “यह मेरी गलती थी। चुनाव के बाद मैंने पदभार संभाला था और मेरा वह पहला ही दिन था। उसी दिन सुप्रीम कोर्ट ने री-टेस्ट का आदेश दिया था। उस समय तक मेरे पास गड़बड़ी की कोई जानकारी नहीं थी। तब मैंने कहा था कि अभी तक मेरे पास इसको लेकर जानकारी नहीं है। लेकिन जैसे ही मुझे इस बारे में पता चला, हम तुरंत ही सक्रिय हो गए और मैंने बिहार प्रशासन से बात की।”
‘छात्रों का हित हमारे लिए सबसे ऊपर’
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा, “प्रजातंत्र में सच का जिक्र करना चाहिए। हमारे लिए नीट एग्जाम देने वाले छात्रों का हित सबसे ऊपर है। उनके मन में कोई भी शंका ना आए, यह हमारी जिम्मेदारी है। अगर कोई भ्रम हुआ तो उसे स्वीकार करने में मुझे कोई दिक्कत नहीं है। मैंने पहले भी कहा है कि कितना भी ताकतवर इंसान क्यों ना हो, अगर वह दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हम अभी भी अपनी बात पर कायम हैं। आने वाले समय में यह सुनिश्चित करने के लिए कि एग्जाम में कोई भी गड़बड़ी न हो, हम तैयारी कर रहे हैं।”
NTA की भी हो सकती है जांच
NTA के बारे में उन्होंने कहा, “NTA एक स्वतंत्र और स्वायत्त संस्था है, लेकिन वे गैर-जिम्मेदार नहीं हो सकते हैं। सरकार इस पर गंभीरता से विचार कर रही है और इसको लेकर एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया जाएगा।”