यूजीसी-नेट पेपर के रद्द होने और नीट के मामले को लेकर AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कई सवाल उठाए हैं।
नीट यूजी परिणाम 2024: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने यूजीसी-नेट परीक्षा रद्द करने और एनईईटी से जुड़े मुद्दों पर मोदी सरकार की आलोचना की। ओवैसी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह लोगों को नौकरी नहीं देना चाहती.
हैदराबाद से सांसद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक भी परीक्षा ठीक से नहीं करा पा रही है।”
असदुद्दीन ओवैसी ने क्या कहा?
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ”पिछले पांच सालों में 15 राज्यों में 41 पेपर लीक हुए. कुल 1.4 करोड़ नौजवानों को ये परीक्षाएं लिखनी/देनी थी, लेकिन उनके मुस्तक़बिल के साथ निहायत घिनौना मजाक किया गया.” उन्होंने सवाल किया कि क्या पेपर लीक नौकरी ना देने का बहाना बन गया है?
ओवैसी ने कहा कि जब पेपर रद्द किया जाता है तो नौजवानों की मेहनत पर पानी फेर दिया जाता है. उन्हें ये तक पता नहीं होता कि इम्तिहान फिर कब करवाया जाएगा या करवाया जाएगा भी या नहीं.
असदुद्दीन ओवैसी ने क्या सवाल किए?
असदुद्दीन ओवैसी ने पूछा कि 10 लाख के करीब लोगों ने UGC-NET लिखा था. क्या उनसे माफी मांगी जाएगी? क्या उन्हें मुआवजा दिया जाएगा? मुस्तकबिल में पेपर लीक न हो उसके लिए सरकार क्या क़दम उठा रही है?