अजीत डोभाल एक भारतीय सुरक्षा अधिकारी हैं, जो मई 2014 से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं। वह एक सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में काफी अनुभव है।
अजीत डोभाल भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं, जिसका अर्थ है कि वे देश की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हैं। वह अपने खुफिया काम और रक्षा विशेषज्ञता के लिए जाने जाते हैं। अजीत डोभाल दक्षिण-पूर्व भारत के एक राज्य मिजोरम में अपने काम के लिए भी जाने जाते हैं। वहां उनके अंडरग्राउंड हो चुके लोगों से अच्छे संबंध थे यानी वे सरकार को सहयोग नहीं कर रहे थे.
2006 में, अजीत डोभाल ने टाइम्स ऑफ इंडिया से एक बहुत ही चौंकाने वाली घटना के बारे में बात की थी। डोभाल ने बताया कि कैसे आतंकवादियों के एक समूह ने एक ट्रेन पर हमला किया था, जिसमें कई लोग मारे गए थे.
डोभाल ने एक बार मिजो नेशनल फ्रंट के विद्रोही नेताओं के एक समूह को अपने घर पर रात्रिभोज के लिए आमंत्रित किया था। उस समय इस समूह को बहुत खतरनाक माना जाता था, क्योंकि वे भारी हथियार लेकर चलते थे। डोभाल ने विद्रोहियों से वादा किया कि वे सुरक्षित हैं, और रात का खाना अच्छा रहा।
इससे भी दिलचस्प बात यह है कि अजीत डोभाल की पत्नी ने उन बागियों के लिए सूअर का मांस पकाया था. इससे पहले उसने कभी सूअर का मांस नहीं पकाया था।
मिजो नेशनल फ्रंट उन लोगों का एक समूह था, जिन्होंने 1960 के दशक में भारत से आजादी के लिए लड़ाई लड़ी थी। 16 साल की लड़ाई के बाद, समूह ने 1986 में भारत सरकार के साथ एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते ने मिजोरम में हिंसा और उग्रवाद को समाप्त कर दिया।
इस समझौते के बाद मिजो नेशनल फ्रंट मिजोरम में सबसे लोकप्रिय राजनीतिक दल बन गया और लालडेंगा राज्य के पहले मुख्यमंत्री बने। उन्होंने 1986 से 1988 तक सेवा की।
बीबीसी ने अपनी एक रिपोर्ट में कराची में भारत के काउंसल जनरल रहे जी. पार्थसारथी के हवाले से बताया है कि अजीत डोभाल ने ही सबसे पहले नवाज शरीफ से संपर्क स्थापित किया था। साल 1982 में भारतीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान के दौरे पर गयी थी। जब टीम लौहर पहुंची तो अजीत डोभाल के ही कहने पर नवाज शरीफ ने अपने घर के लॉन में भारतीय क्रिकेटर्स को दावत दी थी।