दिल्ली पुलिस ने मंगोलपुरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत 54 वर्षीय महिला मीना की हत्या करने और उसके शव को एक कब्रिस्तान में दफनाने के आरोप में मुख्य संदिग्ध सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शव को कब्रिस्तान से बरामद किया।
लखनऊ: योगी सरकार के तहत, कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है, पुलिस अक्सर बदमाशों को गिरफ्तार करती है। इस साल पुलिस ने महज 10 दिन में चार बदमाशों को मार गिराया है। इसके बावजूद कुछ अधिकारियों ने माना है कि मुठभेड़ों को लेकर कुछ सवाल हैं जिनका जवाब मिलना जरूरी है.
पुलिस की ओर से आगरा में मंगलवार की देर रात भी 50 हजार के इनामी बदमाश को मार गिराया गया। साल के पहले ही दिन गौतमबुद्धनगर में भी एक लाख का इनामी बदमाश कपिल मारा गया। इसके बाद बुलंदशहर में 2 जनवरी और 3 जनवरी को भी पुलिस मुठभेड़ सामने आई। पुलिस ने यहां एक लाख के इनामी आशीष और 50 हजार के इनामी अब्दुल को मारा। आपको बता दें कि योगी सरकार 2.0 के सत्ता में आने के बाद यानी 25 मार्च 2022 से अब तक कुल 15 अपराधी मारे जा चुके हैं। एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि आगे भी यूपी पुलिस की अपराधिरयों के प्रति यह जीरो टॉलरेंस की नीति जारी रहेगी।
प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिस अपराधियों का इसी तरह से डटकर सामना करती रहेगी। मार्च 2017 से लेकर अब तक पुलिस और बदमाशों के बीच में 10531 से अधिक मुठभेड़ हुई हैं। इस दौरान 13 पुलिसकर्मियों ने भी अपने प्राणों की आहूति दी है। जबकि गोली लगने से इस बीच तकरीबन 1400 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। इस बीच 173 अपराधी ढेर किए गए हैं। ज्ञात हो कि प्रदेश की कानून व्यवस्था में हुए बदलाव के पीछे पुलिस की कार्रवाई को सबसे अहम माना जा रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ स्वंय बैठकर माफिया और अपराधियों के खिलाफ हो रही कार्रवाई की समीक्षा करते हैं। हालांकि बीते 6 वर्षों के दौरान बीते साल पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ का आंकड़ा सबसे कम रहा है। आंकड़ों की बात हो तो साल 2018 में सबसे ज्यादा 41 अपराधी मारे गए थे।