तृणमूल कांग्रेस पार्टी के एक नेता साकेत गोखले को 25 जनवरी को अहमदाबाद, गुजरात में गिरफ्तार किया गया था। गोखले पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है और पुलिस ने अब अलंकार सवाई से पूछताछ की है, जिन्हें राहुल गांधी का बेहद करीबी माना जाता है। यह स्पष्ट नहीं है कि इससे मामले में और गिरफ्तारियां होंगी या नहीं।
अहमदाबाद: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धन के दुरुपयोग के आरोपों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के एक करीबी से पूछताछ की है। यह मामला एक करोड़ रुपये ($14,000) के दान के संग्रह में कथित अनियमितताओं से संबंधित है, जो कथित तौर पर क्राउडफंडिंग से उत्पन्न हुआ था। धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस के नेता साकेत गोखले ने दावा किया है कि उनके बैंक खाते में लगभग 23.54 लाख रुपये ($390,000) जमा किए गए थे, वास्तव में उनके सोशल मीडिया खातों के प्रबंधन के लिए अलंकार सवाई से भुगतान किया गया था। अलंकार ने दावा किया है कि वह केवल राहुल गांधी के निर्देशों पर काम कर रहे थे और उन्हें नहीं पता था कि धोखाधड़ी से पैसे एकत्र किए गए थे।
जांच एजेंसी ने पाया कि अलंकार ने एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर क्राउडफंडिंग के जरिए करीब 80 लाख रुपये जुटाए, जबकि उसके खाते में 23.54 लाख रुपये नकद भी जमा किए गए। सूत्रों ने कहा कि नवंबर 2021 में पैसा जमा किया गया था, जबकि वह अगस्त 2021 में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। ऐसे में यह विश्वास करना मुश्किल है कि अलंकार कांग्रेस पार्टी के लिए प्रचार करेंगे, यह देखते हुए कि उन्हें पहले ही बड़ी रकम मिल चुकी है। और एक प्रतिद्वंद्वी पार्टी से संबद्ध था।
पूर्व बैंकर सवाई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं। बताया जाता है कि वह राहुल गांधी की रिसर्च टीम के प्रमुख हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हाल ही में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता साकेत गोखले को गुजरात से गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने कहा कि सवाई से इस सप्ताह की शुरुआत में तीन दिन तक पूछताछ की गई थी। अहमदाबाद में गोखले के साथ बैठकर भी उनसे पूछताछ की गई।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने 25 जनवरी को 35 वर्षीय गोखले को गिरफ्तार करने के बाद सवाई को तलब किया। गोखले को तब गिरफ्तार किया गया था जब वह इंटरनेट के माध्यम से क्राउड फंडिंग में कथित वित्तीय अनियमितताओं के सिलसिले में गुजरात पुलिस की हिरासत में थे। ईडी ने उस दिन गोखले की रिमांड मांगते हुए अहमदाबाद की एक अदालत को बताया कि जब गोखले से उनके बैंक खाते में एक साल से अधिक समय में जमा कराए गए 23.54 लाख रुपये के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह पैसा उन्हें दिल्ली के अलंकार सवाई ने दिया था. सोशल मीडिया से संबंधित कार्य और अन्य कार्यों के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस।
डे ने अदालत को बताया कि जब उन्होंने गोखले से पूछा कि सवाई ने उन्हें पैसे क्यों दिए, तो गोखले ने उन्हें बताया कि सवाई ही एकमात्र व्यक्ति हैं जो इसका उत्तर दे सकते हैं। पता चला है कि इन घटनाओं के बारे में सवाई से पूछताछ की गई थी और धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत उनका बयान दर्ज किया गया था। सूत्रों ने पुष्टि की कि दोनों से पूछताछ और आमने-सामने के साक्षात्कार में पैसे के लेन-देन का खुलासा नहीं हुआ, क्योंकि सवाई ने कथित तौर पर किसी भी नकद भुगतान से इनकार किया है। गोखले के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला गुजरात पुलिस की प्राथमिकी से शुरू हुआ था। ईडी इस मामले में और लोगों से पूछताछ कर सकती है।
आईसीआईसीआई बैंक के पूर्व कार्यकारी अलंकार सवाई राहुल गांधी के निजी स्टाफ के सदस्य हैं। अलंकार राहुल गांधी की दिन-प्रतिदिन की व्यस्तताओं को संभालते हैं, और वह कुछ समय के लिए गांधी के सोशल मीडिया खातों के प्रभारी भी थे। कांग्रेस के लोगों ने राहुल गांधी तक पहुंच को प्रतिबंधित करने के लिए अलंकार को दोषी ठहराया है, और सवाई आमतौर पर राहुल के साथ उनके सभी राजनीतिक दौरों पर जाते हैं।